कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच उत्तर प्रदेश विधानमंडल का वर्षाकालीन सत्र 20 अगस्त से शुरू हो रहा है। विधानसभा व विधान परिषद के सभी सदस्यों का कोरोना टेस्ट कराने की व्यवस्था की गई है। सोमवार को हुई जांच में 20 लोग संक्रमित पाए गए। सभा मंडप में सभी सदस्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत एक-एक सीट छोड़ कर बैठना होगा। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बगल में बैठने वाले संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना भी अब एक सीट छोड़ कर बैठेंगे। सत्र के दौरान सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है।
विधानसभा सचिवालय में कोरोना संक्रमित निकले कर्मचारी
सोमवार को विधानसभा सचिवालय में काम करने वाले 600अधिकारी व कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया। जांच में करीब 20 लोग कोरोना पाजिटिव निकले। इन्हें होम क्वारंटीन व अस्पताल में भेज दिया गया है। इससे समूचे विधानभवन में कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। इसको देखते हुए सत्र के दौरान कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। चूंकि कोरोना संक्रमण के चलते दो मंत्रियों की मृत्यु हो चुकी है। आधा दर्जन विधायकों के अलावा तीन चार मंत्री भी कोरोना ग्रस्त हैं। ऐसे में सरकार व विधानसभा सचिवालय कोई चूक नहीं चाहता है। सभी पूर्व विधायकों व अन्य सदस्यों के पास निरस्त कर दिए गए हैं। केवल मौजूदा सदस्य ही प्रवेश पा सकेंगे।
अभूतपूर्व हालात में होगा सदन
अगर छह महीने के भीतर सदन बुलाने की संवैधानिक बाध्यता नहीं होती तो संभवत: कोरोना काल में सत्र नहीं बुलाया जाता लेकिन ऐसा करना जरूरी है। इसलिए केवल तीन बैठकों के लिए सदन होगा। इसमें पहले दिन, दिवंगत चेतन चौहान व कमल रानी वरुण को श्रद्धांजलि दी जाएगी। सदन के सदस्य पारसनाथ यादव व सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे चुके लाल जी टंडन का भी कोरोना काल में देहांत हो चुका है। इन्हें भी सदन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद सदन की बैठकें केवल शुक्रवार व सोमवार का होंगी। इसमें आठ विधेयक पास कराए जाएंगे।
आज होगी सुरक्षा व्यवस्था पर बैठक
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित मंगलवार को 18 अगस्त को विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में बैठक करेंगे। इसके बाद 19 अगस्त को सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक बुलाई गई है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
सदन में सदस्य का प्रवेश उनका अधिकार : हृदय नारायण दीक्षित
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने ‘हिंदुस्तान’ से बातचीत में कहा कि सदस्य का सदन में प्रवेश उसका अधिकार है। सदस्य की स्वास्थ्य व सुरक्षा की चिंता करना हमारा दायित्व है। इसलिए सभी विधायकों को विधानसभा सचिवालय की ओर से पत्र भेजा गया है। कहा गया है कि उनके कोरोना संक्रमण की जांच के लिए विधानभवन में 18 व 19 अगस्त को कोरोना जांच की व्यवस्था कराई गई है। इसके अलावा लखनऊ में सभी विधायक निवास पर भी जांच के लिए कैंप लगाए जाएंगे। सदस्य वहां भी अपनी जांच करा सकते हैं। संक्रमण रोकने के लिए केंद्रीयकृत वातानुकूलित संयंत्र नहीं चलेगा बल्कि इसके बजाए दूसरी तरह के वातानुकूलन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। दोनों लॉबी व दर्शक दीर्घा में भी सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।