नई दिल्ली : बांग्लादेश में दशहरा के दौरान हिंदुओं पर हुए अटैक का मामला लगातार चलता रहा, जिसमें कई हिंदु परिवार घायल भी हुए। हालांकि इसे लेकर बांग्लादेश सरकार ने कार्रवाई तो की, लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी थी। अब इसी मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जल्द ही एक प्रस्ताव लाने वाली है। आपको बता दें कि कर्नाटक के धारवाड़ में 28 अक्टूबर से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) की तीन दिन की बैठक हो रही है। इसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के विरोध में प्रस्ताव लाया जाएगा।
बैठक से पहले संघ के सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बैठक में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले और मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे। यह बैठक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुई। इस वार्षिक आयोजन में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सर कार्यवाहक दत्तात्रय होसबाले सहित देशभर से 350 संघ के प्रमुख लोग शामिल हो रहे हैं।
त्रिपुरा में विहिप ने निकाला विरोध जुलूस
बांग्लादेश में हुई हिंसा के विरोध में 27 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद(VHP) में जुलूस निकाला गया। विहिप के त्रिपुरा और मणिपुर के संपर्क मंत्री पूर्ण चंद्र मंडल ने मीडिया से कहा कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य अपना विरोध जताना था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बांग्लादेश के 30 जिलों में उपद्रव हुआ, हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया, यह रैली उसी का विरोध करने के लिए निकाली गई थी। रैली में हजारों लोग शामिल थे। इस दौरान कुछ जगह मामूली झड़प भी हुई। पुलिस ने 3500 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से त्रिपुरा के धर्मनगर जिले में धारा 144 लागू की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बांग्लादेश के कोमिल्ला शहर में हिंदुओं के खिलाफ 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा 17 अक्टूबर तक पूरे बांग्लादेश में चलती रही थी। इस दौरान मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और घरों को आग लगा दी गई थी। यह हिंसा दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर भड़काई गई थी। साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) फैलाने वाले मुख्य आरोपी 35 वर्षीय इकबाल हुसैन को पुलिस ने पिछले दिनों पकड़ लिया था। बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ के विरोध में इस्कॉन संस्था ने 23 अक्टूबर को 150 देशों में प्रदर्शन किया था। अभी भी दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।