गणतंत्र दिवस 2025 पर कर्तव्य पथ एक बार फिर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आधुनिक प्रगति और जन-उपलब्धियों की 31 आकर्षक झांकियों से सजने जा रहा है। इन झांकियों में प्रयागराज के महाकुंभ, गुजरात की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और झारखंड की ‘लखपति दीदी’ जैसे विषयों की शानदार प्रस्तुति होगी।
महाकुंभ की छटा और पौराणिक कथाओं का संगम
झांकी में संगम पर होने वाले महाकुंभ का दिव्य स्वरूप दिखाया गया है। पवित्र गंगा, अविरल यमुना और पौराणिक सरस्वती के त्रिवेणी संगम की महिमा को खूबसूरती से चित्रित किया गया है। खास बात यह है कि इसमें समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों को भी शामिल किया गया है।
एलईडी स्क्रीन पर शाही स्नान के लिए जाते अखाड़ों का दृश्य झलकेगा। झांकी के मंच पर समुद्र मंथन की पौराणिक कथा को जीवंत किया गया है, जिसमें हलाहल विष, कामधेनु, उच्चै:श्रवा घोड़ा, ऐरावत हाथी, कौस्तुभ मणि, लक्ष्मी, अमृत समेत सभी 14 रत्नों को दिखाया गया है।
आधुनिक तकनीक और हाईटेक प्रबंधन का प्रदर्शन
महाकुंभ 2025 में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक तकनीक और डिजिटलीकरण को भी झांकी में प्रमुखता से शामिल किया गया है। हाईटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के जरिए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की झलक पेश की जाएगी। इस तकनीक का प्रदर्शन यह बताएगा कि कैसे करोड़ों श्रद्धालुओं के साथ इतना बड़ा आयोजन सफलतापूर्वक संचालित किया जा सकता है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: एकता और गर्व का प्रतीक
गुजरात की झांकी में देश की एकता और गर्व के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की विशाल प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, को केंद्र में रखा गया है। यह झांकी भारत की अखंडता और विकास की कहानी को प्रस्तुत करेगी।
‘लखपति दीदी’ की प्रेरणादायक कहानी
झारखंड की झांकी महिला सशक्तिकरण को समर्पित होगी। इसमें राज्य के ‘लखपति दीदी’ कार्यक्रम की कहानी दिखाई जाएगी, जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों और उनकी सफलता को प्रदर्शित किया जाएगा।
अन्य प्रमुख झांकियां
देशभर से आई अन्य झांकियों में जलवायु परिवर्तन, डिजिटल इंडिया, आयुष्मान भारत, स्वच्छ भारत मिशन और हर घर तिरंगा अभियान को दर्शाया जाएगा। इन सभी झांकियों का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक धरोहर, वैज्ञानिक प्रगति और सामाजिक बदलावों को रेखांकित करना है।
इस साल की परेड में झांकियों का संयोजन न केवल भारतीय संस्कृति और आधुनिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा, बल्कि यह भी बताएगा कि कैसे भारत अपने सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रहा है।