राजस्थान के कोटा में एक महीने में 100 से अधिक बच्चों की मौत के बाद राज्य के डेप्यूटी सीएम सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि कोई ना कोई तो खामी रही होगी। जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ है। इतना ही नहीं पायलट ने इस घटना को संज्ञान में लेते हुए कहा कि जो कोई भी इसके पीछे है उसकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुरानी सरकार की तुलना में कम बच्चों की मौत का हवाला दिया था। जिसपर उन्होने कहा कि हमें सत्ता में आए 13 महीने हो चुके हैं। पुरानी सरकार पर दोष देने से काम नहीं चलेगा। केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी के बाद उपमुख्यमंत्री पायलट अस्पताल पहुंचे थे।
राज्य के उपमुख्यमंत्री पायलट ने साफ शब्दों नें कहा कि, हमें आंकड़ों के जाल में नहीं फंसना है हमलोगों का रेस्पांस रहा है इस पूरे मामले को लेकर वह किसी हद तक संतोषजनक नहीं हैं। आंकड़ों के जाल में हम चर्चा को ले जाएं यह उनलोगों को स्वीकार्य नहीं है जिन्होने अपने बच्चे खोए हैं। जिस मां ने अपने बच्चे को कोख में 9 महीने रखे हैं उनका कोख उजड़ता है तो उसका दर्द होना लाजमी है।
हमें लोगों को विश्वास दिलाना होगा कि हम इस तरह की घटना को कभी नहीं स्वीकार करेंगे। हमे जिम्मेदारी तय करनी होगी, यदि इतने बच्चों की मौत हुई है तो कोई ना कोई तो कमी जरूर रही होगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि प्रदेश के हर अस्पताल में रोज 3 से 4 बच्चों की मौतें होती है। यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने दावा किया था कि इस साल पिछले 6 सालों के मुकाबले सबसे कम मौतें हुई है। दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के कोटा नहीं पहुंचने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी प्रियंका गांधी के कोटा नहीं पहुंचने पर सवाल किया है। क्योंकि प्रियंका गांधी यूपी में सीएए विरोधी हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के घर पहुंच रही है उनके हालात जानना चाहती है लेकिन कोटा नहीं पहुंचने पर वह सवालों के घेरे में है।