रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: शोमैन राज कपूर वैसे तो अपने को एक्ट्रेस के साथ रोमांस और अफेयर्स की वजह से बदनाम रहे है। लेकिन अपनी रियल और रील लाइफ में हिरो बनकर रोमांस करते राज कपूर असल जिंदगी में अपने बेटे की लाइफ में विलेन बनें।
जी हां आपको यकीन करना मुश्किल होगा कि अपने बेटे के ब्रेकअप की वजह बने थे राज कपूर। ये दौर था 1982 का, जब राज कपूर ने अपनी फिल्म प्रेम रोग के लिए पद्मिनी कोल्हापुरे को लीड एक्ट्रेस चुना। सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म में बाल कलाकार के रुप में नजर आयी पद्मिनी कोल्हापुरे का अभिनय राज कपूर को काफी पसंद आया था। इसीलिए उन्होंने पद्मिनी को चुना। इस फिल्म में राज कपूर के बेटे राजीव कपूर असिस्टेंट डायरेक्टर के रोल में थे। इस फिल्म के सेट पर राजीव और पद्मिनी करीब आते गये। ये दोनों इतने करीब आ गये कि एक-दूसरे के प्यार में डूब गये।
कहा जाता है कि जब राजीव को राज कपूर बुलाते तो वो पद्मिनी के मेकअप रुम से बाहर निकलते नजर आते थे। इसके बाद सेट पर चर्चाएं होने लगी धीर-धीरे खबरें मिडिया तक पहुंच गयी। फिर राज कपूर ने राजीव को समझाया कि वो पद्मिनी से दूर रहे। लेकिन राजीव को पद्मिनी के प्यार के आगे कुछ सहीं गलत नहीं दिखा। वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आये और एक्ट्रेस से छुप-छुप कर मिलने लगे। इससे परेशान राज कपूर ने पद्मिनी कोल्हापुरे को कड़े शब्दों मे समझाया कि वो राजीव को छोड़ दे वरना ये फिल्म छोड़ दे। उस वक्त पद्मिनी ने अपने करियर को चुना और राजीव को छोड़ दिया। उनका ये निर्णय एकदम सहीं साबित हुआ । क्योंकि आगे चलकर प्रेम रोग फिल्म हिट साबित हुई और पद्मिनी कोल्हापुरे का करियर संवर गया। और उन्होंने कामयाबी की सीढ़ी चढ़नी शुरु करदी।