नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह 60 हजार श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे। यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि इसी दौरान सेंगोल को स्पीकर की सीट के पास लगाया जाएगा। अमित शाह ने बताया कि सेंगोल हमारी प्रचीन परंपरा से जुड़ा हुआ है, जिसने इतिहास में अहम भूमिका निभाई है। 14 अगस्त 1947 की रात को पंडित नेहरू ने इसे स्वीकार किया था। वहीं विपक्ष की 19 पार्टियों ने 28 मई को होने जा रहे नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है। विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि जब लोकतंत्र की आत्म को संसद से निकाल दिया गया है तो उन्हें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 21 मई को ट्वीट करते हुए कहा था कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं। इस ट्वीट के बाद से ही विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग करने लगीं थी।
जिन पार्टियों ने बहिष्कार का फैसला लिया उनकी सूची-
– कांग्रेस
– द्राविड़ मुन्नेत्र कड़गम
– आम आदमी पार्टी
– तृणमूल कांग्रेस
– शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)
– समाजवादी पार्टी
– भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
– भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
– झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)
– केरल कांग्रेस (मणि)
– विदुथलाई चिरुथिगल कच्ची
– राष्ट्रीय लोकदल
– जनता दल (यूनाइटेड)
– राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
– राष्ट्रीय जनता दल
– इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग
– नेशनल कांफ्रेंस
– रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी
– मारुमलार्ची द्राविड़ मुन्नेत्र कड़गम