रिपोर्ट: सत्यम दुबे
राजस्थान: जैसलमेर जिला जो हमेशा ही गर्म रहता है, चाहे ठंड़ी हो या गर्मी, गर्मी के मौसम में तपती रेत वहां के तापमान को बढ़ाती है। जबकि ठंडी की बात करें तो इस जिले से पाकिस्तान की सीमा लगती है। जिससे वहां का तापमान ठंड में भी गर्म ही रहता है। ये आपको इसलिए बता रहें हैं कि इस सीमा पर पाकिस्तान हमेशा ही कुछ न कुछ चालबाजी करता रहा है। नई चालबाजी का एक मामला बुधवार रात सामने आया।
दरअसल, बुधवार रात को जैसलमेर के शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में स्थित SDK चौकी के पास सीमा पार Pakistan से एक कबूतर आया। जिसको BSF के जवानों ने तत्काल ही पकड़ लिया। पाकिस्तान से आये इस कबूतर के पैरों पर टैग लगे हुए हैं। BSF के जवानों ने कबूतर के पैरों में टैग देखकर शंका जाहिर की है कि यह पाकिस्तान की कोई चाल हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए कबूतर की जॉच की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, जैसलमेर के शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र स्थित बॉर्डर ऑउट पोस्ट SKD के ओपी पार्टी नम्बर 2 से सीमा पार पाकिस्तान से आए एक कबूतर को झाड़ी में बैठा हुआ देखा गया। जिसके बाद वहां तैनात बीएसएफ की 18 वीं बटालियन के जवानों ने तत्काल पकड़ लिया। इस कबूतर के दोनों पैरों पर टैग लगा हुआ है। जिस पर 27, 32 और Q15 अंक लिखा हुआ है। वहीं इस कबूतर के पंखों में 230GPS, 150 GPS, @310 GPS लिखा है।
आपको बता दें कि कबूतर के पंखो पर 230 GPS, जियोलोकेटर या GPS ट्रैकर पक्षियों को ट्रैक करने के लिए उपयोग किया जाता है। BSF द्वारा पकड़ा गया कबूतर कोलम्बिडा परिवार का सदस्य है। यह कबूतर दक्षिणी कजाकिस्तान, उजबेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तर-पूर्व ईरान और उत्तर-पश्चिम चीन में प्रजनन करता है। वहीं मौसम बदलने के बाद सर्दियों में ये उत्तर-पूर्व पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी आ जाते हैं।
BSF द्वारा कड़ाई से इस कबूतर की जॉच की जा रही है। आपको बता दें कि पाकिस्तान इस प्रकार की नापाक हरकतें करने की हमेशा कोशिश करता रहता है। पाकिस्तान पश्चिमी सीमा से कभी पक्षी, कभी गुब्बारे भारतीय सीमा में भेजता है। लेकिन सीमा पर तैनात जवानों की मुस्तैदी के चलते हर बार उसके मंसूबे नाकाम हो जाते हैं। इस बार पाकिस्तान पर शक ज्यादा इसलिए बढ़ गया है कि कबूतर के पूरे शरीर पर कोड वर्ड के रुप में कुछ न कुछ लिखा मिला है।