




नई दिल्ली : आतंक का पनाहगार देश पाकिस्तान कभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ सकता, क्योंकि उसका काम ही हैं आतंक फैलाना। ये हम नहीं कह रहें, यह कह रहा हैं वो डाटा जो लगातार बढ़ते जा रहा है। गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के साथ ही अपने आतंक की घटना को अंजाम दे रहा है, जिसका उदाहरण वो मुठभेड़ है, जिसमें कई भारतीय जवानों शहीद हुए है। हालांकि इस दौरान कई आतंकियों को भी मार गिराया जाता है, जो भारत में दहशत फैलाने के इरादे से आते हैं।
आपको बता दें कि अपने इसी मंसूबें को अंजाम देने के लिए पाक ने एक और रास्ता अख्तियार किया है, वो है साइबर क्राइम का। दरअसल पाक पिछले कई समयों से युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलने के लिए साइबर का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे वो युवकों को भटका सकें। अब इसी मामले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। जिसमें जोएंट इंटेलीजेंस मल्टी सेंटर ने 100 से ज्यादा साइबर प्लेटफॉर्म्स का पता लगाया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर ऐसे सोशल मीडिया हैंडल पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि पीओके और कुछ अन्य देशों से भी ऑपरेट किए जा रहे है। बताया जा रहा है कि इस काम के लिए पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ने आईटी प्रोफेशनल्स को हायर करा हुआ है। फर्जी प्रोफाइल्स बनाया जाता है और उसका इस्तेमाल प्रोपेगेंडा वॉर और कश्मीरी युवकों को कट्टरपंथ की ओर उकसाने के लिए किया जा रहा है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों और काउंटर टेरर एन्ड काउंटर रेडिकलाईजेशन (CTCR) डिपार्टमेंट ने इस बात कि जानकारी गृह मंत्रालय को दी है। सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे टेलीग्राम, फेसबुक और ट्विटर पर अलग-अलग नाम से बने अकाउंट्स के जरिए आतंकी कश्मीर में मौजूद आतंकियों को हमले का निर्देश दे रहे हैं।
ख़बरों की माने तो सोशल मीडिया पर एक ऐसे ही फर्जी अकाउंट के जरिये हाल में सुरक्षा एजेंसियों के कैम्प और पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से हमला के साथ लोन वोल्फ अटैक करने के लगातर निर्देश दिए गए है। साथ ही आईएसआई भारत में गड़बड़ी फैलाने के इरादे से ‘लोन वुल्फ अटैक’ पर भी जोर दे रही है।