रिपोर्ट: अनुष्का सिंह
नई दिल्ली: राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के तौर पर 20 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यानी की 7 अक्टूबर को एक जनसभा को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के ऋषिकेश AIIMS मे 35 PSA प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया । इस सभा मे प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद थे।
सभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज से नवरात्र का पावन पर्व शुरु हो रहा है। आज नवरात्रे के प्रथम दिन पर मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। उन्होने बताया कि मां शैलपुत्री, हिमालय पुत्री हैं। और आज के दिन मेरा यहां होना, यहां आकर इस मिट्टी को प्रणाम करना, हिमालय की इस धरती को प्रणाम करना, इससे बड़ा जीवन में कौन सा धन्य भाव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि 20 साल की ये अखंड यात्रा आज अपने 21वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। ऐसे महत्वपूर्ण अवसर पर ऐसी धरती पर आना, जिस धरती ने मुझे निरंतर अपना स्नेह, अपनत्व दिया है वहां आना, बहुत बड़ा सौभाग्य समझता हूं।
कोरोना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 100 साल के इस सबसे बड़े संकट का मुकाबला हम जितनी बहादुरी से कर रहे हैं, उसे दुनिया देख रही है। कोरोना से लड़ाई के लिए इतने कम समय में भारत ने जो सुविधाएं तैयार कीं, वो हमारे देश के सामर्थ्य को दिखाता है।
उन्होने कहा कि ये हर भारतवासी के लिए गर्व की बात है कि कोरोना वैक्सीन की 93 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है। बहुत जल्द हम 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएंगे। भारत ने कोविन प्लेटफॉर्म का निर्माण करके पूरी दुनिया को राह दिखाई है और बताया है कि इतने बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन किया कैसे जाता है।
उन्होंने बताया कि आज सरकार इस बात का इंतज़ार नहीं करती कि नागरिक उसके पास अपनी समस्याएं लेकर आएंगे तब कोई कदम उठाएंगे। सरकारी माइंडसेट और सिस्टम से इस भ्रांति को हम बाहर निकाल रहे हैं। अब सरकार नागरिक के पास जाती है।
आपको बता दे कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के तौर पर 20 साल पूरे कर लिए। आज ही के दिन 7 अक्टूबर 2001 को उन्होंने पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और उसके बाद दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधान सेवक के रूप में 20 वर्षों की जन-सेवा की। निराशा के माहौल से देश को निकाल कर विश्वगुरु के पद पर अग्रसर करने की रही है। वहीं उन्होंने एक कर्मयोगी के रूप में देश के जन-जन को नया भारत ‘न्यू इंडिया’ के विजन को साकार करने का आत्मविश्वास दिया है।