मधुमेह आज सिर्फ भारत ही नहीं, पूरे विश्व में अपने पैर पसारने लगा है। भारत में मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या काफी अधिक है। मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को अपने खान−पान पर अधिक ध्यान देना पड़ता है।
ह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो उसे फिर जीवन भर छोड़ती नहीं। इस बीमारी का जो सबसे बुरा पक्ष है वह यह है कि यह शरीर में अन्य कई बीमारियों को भी निमंत्रण देती है।
पहले यह बीमारी चालीस की उम्र के बाद ही होती थी लेकिन आजकल बच्चों में भी इसका मिलना चिंता का एक बड़ा कारण हो गया है। इसलिए आपको यह अच्छे से ध्यान में रखना चाहिए की कौन कौन सी चीज़ें आपके शरीर में इस बीमारी को पैदा कर सकती है !
आपको बता दे, डायबिटीज के मरीजों को आलू और शकरकंद का सेवन नहीं करना चाहिए। जमीन के भीतर होने वाले आलू और शकरकंद में स्टार्च भी होता है।
इसके अलावा सफेद ब्रेड, पास्ता और चावल कार्ब्स अधिक होते हैं, जबकि फाइबर काफी कम होता है। जिसके कारण शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता है। इसलिए जिनको यह बीमारी है उन्हें भूलकर भी इन चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए।
मधुमेह रोगियों को फलों के फ्लेवर वाली दही का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा काफी अधिक होती है। इसको काबू रखने के लिए आप कम कैलोरी वाला भोजन खाएं।
इसके अलावा भोजन में मीठे को बिलकुल खत्म कर दें। सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों और ओमेगा-3 वसा के स्रोतों को अपने भोजन में शामिल कीजिये।