पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरूद्वारे में हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर भारत के सिख समुदाय में आक्रोश का माहौल है। सिखों ने ननकाना साहिब हमले के विरोध में दिल्ली और जम्मू में प्रदर्शन किए। सिख प्रदर्शनकारी पोस्टर बैनर के साथ सड़कों पर उतरे।
दरअसल नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस के विरोध का सामना कर रही बीजेपी को पाकिस्तान के ननकाना साहिब में हुई घटना ने पलटवार का हथियार दे दिया है। बीजेपी और अकाली दल ने ननकाना साहिब पर हुए हमले के बाद कांग्रेस को नागरिकता कानून के विरोध पर घेरा। बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, इस घटना से पता चलता है कि देश में नागरिकता संशोधन कानून की जरूरत है। अकाली दल की नेता और केंद्र में कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के ननकाना साहिब में हुई पत्थरबाजी अल्पसंख्यकों की उत्पीड़न को दिखाता है।
दूसरी तरफ बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरूद्वारे में हुई पत्थरबाजी के दौरान एक युवक के भड़काऊ बयान को ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि, क्या कोई राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए इतावली में अनुवाद कर सकता है, जिससे कि वह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के सबूत मांगना बंद कर दें। संबित के ट्विट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने तीखा जवाब दिया।
कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा कि, किसी भाषा में अनुवाद करने की जरूरत नहीं है, सब जानते हैं कि यह ‘संघी’ भाषा है। इस भाषा में कुछ दिन पहले इंडिया गेट पर ‘गोली मारो’ के नारे बीजेपी नेताओं के द्वारा लगाए जा रहे थे। दोनों तरफ से एक जैसे झूठे वीडियो ट्वीट हो रहे हैं और एक जैसी भाषा बोली जा रही है।
जबकि अकाली दल के नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न एक वास्तविकता है। पाकिस्तान ने आज गुरूद्वारा श्री ननकाना साहिब पर हुए हमले में अपना भयानक चेहरा दिखाया है।
वहीं केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने भी इस मसले पर ट्वीट करते हुए कहा कि,’श्री ननकाना साहिब गुरूद्वारा में हुई शर्मनाक घटनाओं से उन सभी लोगों की आंखे खुल जानी चाहिए जो पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न से इनकार कर रहे हैं औऱ सीएए की जरूरत से मुंह मोड़ रहे हैं।’ इतना ही नहीं हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पाकिस्तान में उत्पीड़न का उन्हें औऱ क्या सबूत चाहिए?