मानसून सत्र के दूसरे दिन राज्यसभा में मंगलवार को सपा सांसद राम गोपाल यादव ने देश में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। सांसद ने कोरोना वायरस महामारी के कारण बड़े पैमाने पर लोगों के बेरोजगार होने और उनमें पैदा हो रही निराशा के चलते आत्महत्या की ओर बढ़ रहे है।
उन्होंने इस कड़ी में नोएडा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां इस बीमारी के कारण 44 लोगों की मौत हुई जबकि पिछले कुछ महीनों में वहां 165 लोगों ने आत्महत्या की।
सपा सांसद ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के कारण अपनी आजीविका गंवाने वाले लोगों को हर महीने 15 हजार रुपये भत्ता देने का सरकार से अनुरोध किया। यादव ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि लॉकडाउन के कारण करोड़ों लोगों की आजीविका प्रभावित हुई और कई परिवार बिखर गए। उन्होंने कहा कि ऐसे में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई तो दूर रही, वे भूखे सोने के लिए विवश हो गए।
यादव ने बेरोजगार हुए लोगों को हर माह 15 हजार रूपये देने की मांग करते हुए कहा कि इससे लोगों को कुछ तो सहारा मिलेगा, जिससे वे जीवित रह सकेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम से लेकर पूरब तक हर सरकार ऐसा कर रही है और हमें भी ऐसा करना चाहिए।