नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। जहां बुधवार देर रात को सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों की पहचान अमीर बशीर डार (कोड डेनिश) पुत्र बशीर डार निवासी कुजेर यारीपोरा और आदिल अहमद शान पुत्र मोहम्मद युसूफ निवासी सुरसोना हातीपोरा कुलगाम के तौर पर हुई है। इनके पास से सुरक्षाबलों ने 02 पिस्तौल, 07 आरडीएस और एक ग्रेनेड बरामद किया है।
कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है। पिछले 24 घंटे में यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले मंगलवार देर रात पुलवामा के राजपुरा इलाके में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 1 आतंकी को मार गिराया था। बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ देश और यहां की जनता के लिए एक जंग है। उन्होंने यह टिप्पणी बरमूला जिले के सशस्त्र पुलिस परिसर, परहस्पोरा के दौरे के दौरान की थी।
पुलिस पार्टी पर हमले के बाद सर्च ऑपरेशन तेज
13 दिसंबर की शाम श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकी हमले(Terrorists attack) के बाद सर्चिंग तेज कर दी गई है। कुलगाम से पहले पुंछ जिले में मंगलवार तड़के लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के एक आतंकवादी को मार गिराया गया था। वहीं, सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। यह मुठभेड़ रंग्रेठ इलाके में हुई थी। आतंकवादी आम नागरिकों के अलावा सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद घाटी में सर्चिंग तेज कर दी गई है। श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड पर भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन पर घात लगाकर आतंकवादियों ने 3 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने ली है।
‘जमीन हड़पने’ को लेकर SIA ने 16 जगहों पर की छापेमारी
कश्मीर में नव निर्मित राज्य खुफिया एजेंसी (एसआईए) ने अनंतनाग जिले में जमात-ए-इस्लामी द्वारा कथित रूप से जमीन हड़पने के सिलसिले में बुधवार को घाटी में 16 स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, ”खुफिया जानकारी के आधार पर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सीआईडी की काउंटर इंटेलिजेंस शाखा की प्रारंभिक जांच के बाद, नवगठित राज्य खुफिया एजेंसी ने आज मरहामा (अनंतनाग जिला) में ‘जमात-उस-सौलीहात’ के प्रबंध निकाय के कई सदस्यों के घर पर छापा मारा।”
आरोप है कि जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों ने 35 कनाल (4.5 एकड़) की सामुदायिक भूमि को हथियाने के लिए राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर किया। अधिकारियों ने कहा, ”राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर रचे गए आपराधिक षड्यंत्र के तहत कुछ जमात-ए-इस्लामी सदस्य अलगावादियों और आतंकवादी संगठनों, विशेषकर हिजबुल मुजाहिदीन से गहरे संबंधों के कारण अपने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष प्रभाव का इस्तेमाल करके राजस्व रिकॉर्ड में कुटिलता से हेरफेर करने में सफल रहे।”