दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब 10 दिन की विपश्यना के लिए पंजाब जा रहे हैं। वे 5 मार्च से 15 मार्च तक होशियारपुर स्थित विपश्यना केंद्र में रहेंगे।
पहली बार राष्ट्रीय राजधानी से बाहर जा रहे केजरीवाल
चुनाव परिणाम आने के बाद यह पहली बार होगा जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली से बाहर जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, वे अपने नियमित ध्यान अभ्यास के तहत इस विपश्यना सत्र में भाग लेंगे। इससे पहले भी वे धर्मकोट, नागपुर और बेंगलुरु के विपश्यना केंद्रों में जा चुके हैं।
भाजपा का तंज- ‘जेल में भी काफी समय मिलेगा’
केजरीवाल की विपश्यना यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तंज कसा है। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “अब सरकारी पैसे पर हवाई यात्रा नहीं मिलेगी, इसलिए वह देश में कहीं नहीं जा सकते। जल्द ही जब कैग रिपोर्ट और जांच पूरी होगी, तब उन्हें जेल में विपश्यना करने के लिए बहुत समय मिलेगा।”
दिल्ली चुनाव में हार का असर?
दिल्ली की नई दिल्ली विधानसभा सीट से केजरीवाल को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें शिकस्त दी। इसके बाद विपक्ष ने आरोप लगाया कि केजरीवाल राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं, हालांकि आम आदमी पार्टी ने इन दावों को खारिज किया है।
क्या है विपश्यना?
विपश्यना एक प्राचीन भारतीय ध्यान पद्धति है, जिसका अर्थ है ‘विशेष रूप से देखना’। यह आत्म-निरीक्षण और मानसिक शुद्धि की प्रक्रिया मानी जाती है, जिससे तनाव कम करने और मानसिक शांति पाने में मदद मिलती है। इस दौरान व्यक्ति पूरी तरह से मौन रहता है और बाहरी दुनिया से संपर्क नहीं रखता।