बहरीन: बहरीन के प्रधानमंत्री शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा का निधन हो गया। यह जानकारी शाही महल से दी गई है। बहरीन के प्रधानमंत्री खलीफा बिन सलमान अल खलीफा का बुधवार को निधन हो गया। वो 84 वर्ष के थे। रॉयल कोर्ट ऑफ बहरीन ने प्रधानमंत्री के निधन का ऐलान किया। कुछ दिन पहले ही बहरीन के प्रधानमंत्री इजरायल शांति समझौता को लेकर वैश्विक चर्चा में आए थे। उनके निधन पर बहरीन के शाही उच्चाधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है।
बहरीन के शासक शेख हमद बिन ईसा अल खलीफा ने पीएम खलीफा के निधन पर एक हफ्ते के लिए राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान देश का राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। कोरोना वायरस के कारण उनके अंतिम संस्कार के दौरान भी सीमित संख्या में लोगों को शामिल होने की इजाजत दी जाएगी।
बहरीन की स्थानीय न्यूज एजेंसी के अनुसार , अमेरिका के मायो क्लिनिकल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था जहां आज सुबह उनका निधन हो गया। जारी किए गए ऐलान के अनुसार, शेख खलीफा का पार्थिव शरीर स्वदेश वापस लाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। हालांकि महामारी कोविड-19 के मद्देनजर काफी कम संख्या में लोग इसमें शामिल हो सकेंगे। केवल करीबी रिश्तेदारों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
24 नवंबर 1935 को जन्मे शेख खलीफा बहरीन के शाही परिवार से थे। उन्होंने 1970 के बाद से बहरीन के प्रधानमंत्री के तौर पर देश को संभाला और सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने का खिताब हासिल किया है। 15 अगस्त 1971 को बहरीन की स्वतंत्रता से एक साल पहले शेख खलीफा ने पदभार ग्रहण किया था। वह दुनिया में किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहे। उन्होंने साल 1970 से देश के प्रधानमंत्री के तौर पर सत्ता को संभाला। 2011 में अरब क्रांति के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उनको हटाने के लिए भी खूब प्रदर्शन हुए थे।