नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में अखिल भारतीय शिक्षा सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पीएम श्री योजना के तहत स्कूलों के लिए धनराशि की पहली किस्त जारी की। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ प्रगति मैदान के भारत मंडप पहुंचे थे। जहां पीएम मोदी छोटे-छोटे बच्चों से बातचीत करते हुए नजर आ रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में शिक्षक और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 3 साल भी पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब युग बदलने वाले परिवर्तन होते हैं तो वो अपना समय लेते हैं। 3 साल पहले जब हमनें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की थी। तो एक बहुत बड़ा कार्यक्षेत्र हमारे सामने था, लेकिन आप सभी ने इस नीति को लागू करने के लिए जो कर्तव्यभाव और समर्पण दिखाया ये वाकई अभिभूत करने तथा नया विश्वास पैदा करने वाला है। पीएम ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में आने वाले 25 वर्षों में हमें ऊर्जा से भरी एक युवा पीढ़ी का निर्माण करना है। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विजन और देश का प्रयास ये है कि गावं, शहर, अमीर, गरीब हर वर्ग के युवाओं को एक जैसा अवसर मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं को उनकी प्रतिभा की जगह उनकी भाषा के आधार पर जज किया जाना सबसे बड़ा अन्याय है। मातृभाषा में पढ़ाई होने से भारत के युवा टेलेंट के साथ अब असली न्याय की शुरुआत होने जा रही है। पीएम ने कार्यक्रम में शिक्षक और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा,”यह शिक्षा ही है जो देश की तकदीर बदलने की ताकत रखती है। देश जिस लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसे हासिल करने में शिक्षा की अहम भूमिका है।