रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में अब अपने माता- पिता की देखरेख नहीं करने वालों की खैर नहीं । महाराष्ट्र के लातूर जिला परिषद ने ऐसे बच्चों को सबक सिखाने के लिए सख्त कदम उठाया है । दरअसल, अपने बूढ़े माता-पिता का ख्याल नहीं रखने पर अब यहां के कर्मचारियों की सैलरी काट ली जा रही है ।
लातूर जिला परिषद के प्रेसिडेंट राहुल बोंद्रे ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने ऐसे सात कर्मचारियों पर कार्रवाई की है । दरअसल, उनके 12 कर्मचारियों के खिलाफ अपने माता-पिता का ठीक से ध्यान नहीं रखने की शिकायतें मिलीं थीं । जिसके चलते अब इन कर्मचारियों की सैलरी में से हर महीने 30 परसेंट वेतन काटकर उनके माता-पिता के अकाउंट में ट्रांसफर किया जा रहा है । इन 12 कर्मचारियों में से 6 कर्मचारी टीचर हैं ।
राहुल बोंद्रे ने बताया कि ‘हम ऐसे 12 मामलों की जांच कर रहे थे, जिनके माता-पिता ने अपने बच्चों पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया था । 12 में से 7 कर्मचारियों के खातों में से दिसंबर 2020 से हमने सैलरी काटना शुरू कर दिया है । वहीं, कुछ मामलों में कर्मचारियों के साथ बैठकर समस्या को हल किया गया ।’ उन्होंने बताया कि इस तरह से 30 परसेंट सैलरी का मतलब लगभग 15000 रुपए हर महीने इन कर्मचारियों के खाते से कटेंगे । बता दें कि पिछले साल नवंबर में लातूर जिला परिषद की महासभा ने माता-पिता की देखभाल नहीं करने वाले कर्मचारियों की सैलरी से 30 परसेंट कटौती का प्रस्ताव पारित किया था ।