भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन अभी तक नहीं आई हो, लेकिन सरकार अभी से वैक्सीनेशन की तैयारी में जुट गई है। उम्मीद की जा रही है कि मार्च 2021 तक कोरोना वैक्सीन सभी के सामने होगी। ऐसे में भारत ने इस वैक्सीन को देश के लोगों तक पहुंचाने के लिए अलग फंड रख दिया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने पूरे देश में वैक्सीनेशन के लिए करीब 50 हजार करोड़ का फंड अलग रख दिया है। पीएम मोदी ऐडमिनिस्ट्रेशन का मानना है कि एक शख्स को वैक्सीन का खर्च करीब 6-7 डॉलर आएगा। ऐसे में 130 करोड़ लोगों के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम बहुत महंगा होने वाला है।
सूत्रों ने बताया कि यह फंड चालू वित्त वर्ष (2020-21) के लिए प्रोविजन कर दिया गया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि वैक्सीनेशन के प्रोग्राम के लिए फंड की कमी नहीं होगी। हालांकि इसको लेकर अभी तक फाइनैंस मिनिस्ट्री की तरफ से कोई आधिकारिक बयान या फिर इस खबर को लेकर कोई कमेंट नहीं किया गया है।
सरकार का अनुमान है कि हर व्यक्ति को कोरोना टीके के दो इंजेक्शन देने होंगे। एक इंजेक्शन पर करीब 150 रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा बाकी स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन आदि मिलाकर एक व्यक्ति को कोरोना टीके के दो इंजेक्शन देने पर करीब 385 रुपये खर्च होंगे।
सरकार की एक समिति का मानना है कि भारत में कोरोना का पीक समय जा चुका है और फरवरी 2021 तक यह नियंत्रण में आ जाएगा. गौरतलब है कि कोरोना की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है।
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तैयारियों में जुटी सरकार, कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 50 हजार करोड़ की व्यवस्था! जून तिमाही में देश की जीडीपी में करीब 24 फीसदी की जबरदस्त गिरावट आई थी।
दुनिया के कई देशों में कोरोना के कई टीकों का ट्रायल चल रहा है। भारत में भी सीरम इंस्टीट्यूट और डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के द्वारा कोरोना के टीके का ट्रायल हो रहा है और अगले साल की शुरुआत में टीका बाजार में आने की उम्मीद है।
कुछ दिन पहले यह खबर भी आई थी वैक्सीन की सेफ्टी को लेकर सरकार ने सतर्कता अभी से बरतनी शुरू कर दी है और उसे सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की तलाश शुरू कर दी है। पूरे देश में वैक्सीन पहुंचाने के लिए सभी जगहों पर कोल्ड स्टोरेज होना अनिवार्य है।
ऐसे में सरकार की ओर से कोल्ड स्टोरेज के लिए स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों के भी संपर्क किया गया है। जानकारों की मानें तो तालुका लेवल पर रेफ्रिजरेटर्स, कोल्ड स्टोरेज आदि की व्यवस्था काफी जरूरी है। ऐसे में टीका उपलब्ध कराने वाली अधिकतर कंपनियों को कोल्ड स्टोरेज की सप्लाई चेन की जरूरत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में भरोसा दिया है कि जैसे ही कोरोना का टीका तैयार होगा, सरकार हर भारतीय तक इसकी पहुंच सुनिश्चित करेगी। 20 अक्टूबर को राष्ट्र के नाम संदेश में उन्होंने सभी लोगों को सचेत भी किया था कि त्योहारी सीजन में वे सावधान रहें और कोरोना को लेकर बिल्कुल ढिलाई न बरतें।