नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ति लगातार आग उगल रही हैं। जिससे वे एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की कोशिश कर रही है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर पर बातचीत शुरू नहीं की गई तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। उन्होंने अफगानिस्तान और अमेरिका का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को पड़ोस में देखना चाहिए कि कैसे अमेरिका को भागना पड़ा।
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, “जम्मू कश्मीर एक ऐसी रियासत है जो दुनिया में कहीं नहीं है। यहां के लोग बुजदिल नहीं हैं। यहां के लोग हिम्मत वाले हैं। क्योंकि सब्र करने के लिए ज्यादा हिम्मत की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि, “गांधी जी कहते थे कि नॉन वॉयलेंस (अहिंसा) के लिए ज्यादा हिम्मत होनी चाहिए। पत्थर उठाने के लिए हिम्मत की जरूरत नहीं है। बंदूक उठाने के लिए ज्यादा हिम्मत की जरूरत नहीं है, चाहे वो वर्दी में हो या यहां के नौजवान के हाथों में हो। हिम्मत चाहिए बर्दाश्त करने के लिए जो अभी जम्मू-कश्मीर के लोग यहां कर रहे हैं।”
इसके आगे उन्होंने कहा कि, “मगर जिस वक्त ये बर्दाश्त का बांध टूट जाएगा तब आप रोक नहीं पाओगे, मिट जाओगे। बार बार मैं कहती हूं कि हमारा इम्तिहान मत लो। सुधर जाओ, संभल जाओ। पड़ोस (अफगानिस्तान) में देखो क्या हो रहा है…इतनी बड़ी अमेरिका, उनको भी वहां से बोरिया-बिस्तर लेकर वापस जाना पड़ा। और आपको मौका है अभी भी कि जिस तरह वाजपेयी जी ने जम्मू-कश्मीर में बातचीत शुरू की थी…उसी तरह आप भी जम्मू कश्मीर में बातचीत का सिलसिला शुरू कीजिए। जो आपने गैर कानूनी तरीके से लूटा है…जो जम्मू-कश्मीर के टुकड़े टुकड़े कर दिए, इस गलती को सुधारो, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।”
महबूबा (Mehbooba Mufti) ने चेताते हुए कहा कि कश्मीरी कमजोर नहीं हैं। वे बहादुर और धैर्यशील हैं। यह उनका साहस और धैर्य ही है कि उन्होंने अब तक बंदूक नहीं उठाई है। जिस दिन उनका धैर्य जवाब दे दिया, उस दिन सब कुछ खत्म हो जाएगा। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कांग्रेस ने आज तक इस देश को बचाए रखा है। महबूबा ने आरोप लगाया कि बीजेपी (BJP) देश के टुकड़े-टुकड़े करवाना चाहती है। वह बीजेपी देश का तालिबानीकरण करने की कोशिश कर रही है।
‘जम्मू कश्मीर कभी भारत को नहीं मिलता’
महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि जिस वक्त देश आजाद हुआ, उस वक्त मुस्लिम बहुल जम्मू कश्मीर एक स्वतंत्र रियासत था। पंडित नेहरू और कांग्रेस की नीतियों की वजह से जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) भारत में मिलने को तैयार हो गया। अगर उस समय बीजेपी केंद्र की सत्ता में होती और आज की तरह उस समय भी हठधर्मिता दिखाती तो जम्मू कश्मीर कभी भी भारत को नहीं मिलता।
‘कश्मीरियों को कोई नुकसान न पहुंचाए तालिबान’
महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने भारत सरकार और तालिबान को एक तराजू में तोलते हुए कहा कि वे ऐसी कोई भी हरकत न करें, जिससे पूरी दुनिया उनके साथ हो जाएं। महबूबा ने केंद्र से कहा कि वह अफगानिस्तान में फंसे जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के लोगों को वापस लेकर आए। मुफ्ती ने तालिबान से अपील की कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों को कोई नुकसान न पहुंचाए।