नई दिल्ली: दिवाली और धनतेरस से पहले भारत में सोने की कीमतों में आज 200 रुपये प्रति 100 ग्राम नीचे चली गई, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमती धातु की दर बढ़ गई है। गुड़ रिटर्न वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार सोने की दर में गिरावट से इस दिवाली और धनतेरस से पहले आम खरीदारों के बीच मांग बढ़ने की संभावना है। कम मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया, इससे शुक्रवार को वायदा कारोबार में भी सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई।
एमसीएक्स इंडिया की वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में सोना 0.24 फीसदी की गिरावट के साथ 47,386 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जिसमें 12,889 लॉट का कारोबार हुआ। एक रिपोर्ट के मुताबिक विश्लेषकों ने सोने की कीमतों में गिरावट का श्रेय प्रतिभागियों द्वारा अपने सौदों में हुई कटौती को बताया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के कमजोर होने के मुकाबले सोने की कीमतों में तेजी आई। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हाजिर सोना 0.1 फीसदी की तेजी के साथ 1,785.00 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस, अमेरिकी सोना वायदा 0.2 फीसदी की तेजी के साथ 1,786.00 अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।
सोने की भारत में कीमतें कैसे और क्यों बदलती रहती हैं?
सोने की मांग देश के केन्द्रीय बैंकों से ही निकलती है। जब मांग, उम्मीद की गई मांग से ज्यादा बढ़ जाती है तो केन्द्रीय बैंकों द्वारा सोने की कीमतों में इजाफा कर दिया जाता है। ऐसा कई बार बार देखा गया है और ये कीमतें बहुत हद तक बढ़ जाती हैं।
सोने की खरीद के लिए पैन कार्ड हो सकता है अनिवार्य
वित्तीय नियामकों के एक पैनल ने यह प्रस्तावित किया है कि सोने की हर खरीद-फरोख्त लिए पैन कार्ड अनिवार्य हो। अगर सरकार इससे सहमत होती है तो सोने की खरीद भले ही कितनी भी राशि की हो इसके लिए पैन कार्ड जरूरी हो सकता है। फिलहाल सिर्फ दो लाख रुपये से अधिक सोने की खरीद के लिए ही पैन नंबर जरूरी होता है।