भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रमुख एस एस देसवाल ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान में लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ गतिरोध का सामना कर रही सेना और आईटीबीपी देश की अखंडता एवं संप्रभुता को बचाने के लिए राष्ट्र के प्रति समर्पित है।
हरियाणा कैडर के 1984 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी, एस एस देसवाल ने कहा कि बल सभी प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) ने छतरपुर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास केंद्र में 1,000 से अधिक बेड वाले नवनिर्मित कोविड-19 देखभाल केंद्र का जायजा लेने के बाद आईटीबीपी संवाददाताओं से कहा, सेना और आईटीबीपी देश की अखंडता एवं संप्रभुता के साथ ही सीमाओं की रक्षा के लिए राष्ट्र के प्रति समर्पित हैं।
आईटीबीपी ने लद्दाख क्षेत्र के साथ ही करीब 3,488 किलोमीटर लंबी और कराकोरम दर्रे से लेकर अरुणाचल प्रदेश में जाचेप ला तक फैली भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अन्य सेक्टरों में बल की संख्या को बढ़ाया है।