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कोरोना वैक्सीन को लेकर AIIMS डायरेक्टर ने किया लोगों को आगाह, कहा वैक्सीन तो है पर कोरोना को मारने की…

By: Amit ranjan 
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कोरोना वैक्सीन को लेकर AIIMS डायरेक्टर ने किया लोगों को आगाह, कहा वैक्सीन तो है पर कोरोना को मारने की…

नई दिल्ली : देश में लगातार बढ़ते कोरोना महामारी को लेकर सरकार लोगों को अलर्ट कर रही है और इससे बचने के लिए उचित कदम उठाने के साथ ही कुछ सावधानियां भी बरतने को कह रही है, जिससे आप इस महामारी से सुरक्षित रह सकें। लेकिन इसके बावजूद भी लोग इन नियमों का पालन नहीं कर रहे है। आपको बता दें कि इस महामारी को लेकर एक बार फिर एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि देश में कोरोना से ल़ड़ने को लेकर वैक्सीन तो है, पर इसे मारने के लिए अभी तक हमारे पास कोई इफेक्टिव दवा नहीं है।

उन्होंने कहा कि वैक्सीन तो है जो हमें प्रिवेंशनम देती है लेकिन इतनी शोध के बावजूद इफेक्टिव दवा की कमी खल रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने को लेकर AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि सभी लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाएं। इसके अलावा भीड़ का हिस्सा न बनें ताकि कोरोना का संक्रमण फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण सामने आते हैं, वो बढ़-चढ़कर अपना जांच करवाये। ऐसा करके ही हम कोरोना की चैन को तोड़ सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील भी की।

सभी को कोरोना वैक्सीन लगाना संभव नहीं है

डॉ. गुलेरिया ने कहा कि हम एक बहुत बड़े देश हैं और अगर हम कहें कि हम पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण करना चाहते हैं तो इसका मतलब होगा कि करीब एक अरब लोगों के वैक्सीन लगानी पड़ेगी। इसके लिए हमें दो बिलियन डोज की आवश्यकता होगी। यदि हम सभी को वैक्सीन लगानी है तो ऐसा कोई तरीका नहीं है कि हम दो बिलियन डोज प्राप्त कर सकें।

इन्हें जल्दी लगे वैक्सीन

डॉ. गुलेरिया का कहना है कि मुख्य चुनौती प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने वाले लोगों और उपलब्ध डोज के बीच बैलेंस बनाने की है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह देखना होगा कि वैक्सीनेशन का ट्रेंड क्या है? यदि एक सप्ताह या 10 दिन बाद वैक्सीन लगाने वाले लोग कम होते हैं तो इसे कम उम्र वाले लोगों के लिए भी खोलना चाहिए। कई जगह अधिक उम्र के लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

आपको बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर देशव्यापी वैक्सीनेशन कैंपेन की शुरुआत 16 जनवरी को हेल्थवर्कर्स को डोज देने से साथ हुई थी। जबकि दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। वैक्सीनेशन का अगला दौर एक मार्च से शुरू हुआ जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के अलावा 45 से 60 वर्ष के विभिन्न रोगों से पीड़ित लोगों को कोविड वैक्सीन की डोज दी जा रही है।

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