रिपोर्ट: सत्यम दुबे
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे लगभग डेढ़ साल हो चले हैं, बुधवार को घाटी की स्थिति का जायजा लाने के लिए अफ्रीका और यूरोप का प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आयेंगे। आपको बता दें कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यह तीसरा दौरा है। घाटी में अमन और शांति का गवाह बना जिला विकास परिषद और ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल का चुनाव। जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल के लिए जम्मू-कश्मीर की स्थिति को समझने के लिए यह दौरा काफी महत्व रखता है।
आपको बता दें कि इस प्रतिनिधिमंडल में 20 सदस्य शामिल होंगे। ज्यादातर सदस्य इस प्रतिनिधिमंडल में फ्रांस, इटली, स्पेन, फिनलैंड सहित यूरोप से होंगे। अन्य देशों में जैसे बांग्लादेश, मलावी, घाना से भी लोग होंगे।
प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों ने कहा कि इस दौरे में प्रतिनिधिमंडल में शामिल अधिकारी जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीधी जानकारी लेंगे। वहां पर धारा 370 हटने के बाद क्या विकास हुआ इन सब स्थितियों का भी जायजा लेंगे।
जमीनी स्तर पर लोकतंत्र सुनिश्चित करने के लिए केंद्र के प्रयास, डीडीसी के नव-निर्वाचित सदस्यों के अलावा कुछ प्रमुख नागरिकों और प्रशासनिक सचिवों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी।
अनुच्छेद हटने के बाद पिछले साल अमेरिका सहित 17 देशों के अधिकारियों ने जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था। उस टीम में वियतनाम, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, उज्बेकिस्तान, नाइजर, नाइजीरिया, मोरक्को, गुयाना, अर्जेंटीना, फिलीपींस, नॉर्वे, मालदीव, फिजी, टोगो, बांग्लादेश और पेरू के राजदूत शामिल थे।