प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर सोमवार सुबह गुजरात के गिर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल सफारी का आनंद लिया। सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद, उन्होंने सासण स्थित वन अतिथि गृह ‘सिंह सदन’ में रात्रि विश्राम किया और आज सुबह जंगल सफारी के लिए निकले। उनके साथ कुछ मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री गिर अभयारण्य के मुख्यालय सासण गिर में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। इस बोर्ड में सेना प्रमुख, राज्यों के प्रतिनिधि, गैर-सरकारी संगठन (NGO), मुख्य वन्यजीव वार्डन और कई राज्यों के सचिव शामिल हैं। इस बैठक के बाद मोदी महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे।
‘प्रोजेक्ट लॉयन’ के तहत ₹2,900 करोड़ की मंजूरी
भारत सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ के तहत ₹2,900 करोड़ से अधिक की राशि मंजूर की है। गुजरात एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है और ये राज्य के नौ जिलों में 30,000 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले हुए हैं।
गिर में आधुनिक निगरानी केंद्र और अस्पताल स्थापित
सरकार वन्यजीव संरक्षण को और मजबूत करने के लिए सासण गिर में एक हाई-टेक निगरानी केंद्र और अत्याधुनिक अस्पताल स्थापित कर रही है। इसके अलावा, जूनागढ़ के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर भूमि पर ‘राष्ट्रीय रेफरल केंद्र’ बनाया जा रहा है, जो वन्यजीवों के चिकित्सीय निदान और रोग नियंत्रण में मदद करेगा।
रिलायंस के ‘वनतारा’ पशु पुनर्वास केंद्र का भी किया दौरा
पीएम मोदी ने रविवार को रिलायंस जामनगर रिफाइनरी परिसर में स्थित ‘वनतारा’ पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का भी दौरा किया। यह केंद्र बंदी हाथियों और अन्य वन्यजीवों को पुनर्वास और चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है।