Report by: Geetanjali Lohani
अंटार्कटिका: आपने देश-दुनिया के अजीबो-गरीब तथ्यों के बारे में सुना होगा और हो सकता है देखा भी हो। लेकिन आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी जगह की बात बताने जा रहे है जहां रहना किताब के किसी भयानक चेप्टर सा लगता है। जी हां एक ऐसा गांव है जहां पर रहने के लिए हमे अपने शरीर का एक अंग कटवाना पड़ता है। ये पढ़कर आपको जितनी हैरानी हुई है उतना ही भयानक और कठिन है यहां पर रहना।
ये जगह है अंटार्कटिका (Antarctica) का एक गांव जिसका नाम है विलास लास एस्ट्रेलास। यहां रहने के लिए एक सर्जरी से गुजरना होता है, वो है अपेंडिक्स हटाने (appendix removal) की सर्जरी।
जी हां इस गांव में में लगभग 100 लोग बसे है और यहां का ये कायदा इसलिए है क्योंकि यहां आस-पास कोई भी अस्पताल नहीं है। यहां सबसे पास का अस्पताल भी King George Island में लगभग 1000 किलोमीटर दूर है, जहां पहुंचने के लिए बर्फ से ढंकी पहाड़ियां और खतरनाक रास्तों से गुजरना होता है। वहां पर भी केवल कुछ ही डॉक्टर हैं और उनमें भी कोई सर्जन नहीं हैं। ऐसे में अगर देर-सबेर किसी को अपेंडिक्स का दर्द उठ जाए तो सीधे जान जाने का डर रहता है। क्योंकि इससे पहले भी यहां इक्का-दुक्का मामले ऐसे आ चुके हैं।
यही वजह है कि यहां अपेंडिक्स को गैरजरूरी अंग मानते हुए उसको हटवा देने पर ही जोर दिया जाता है। इस जगह पर सिर्फ चिली की सेना, वैज्ञानिक और डॉक्टर ही रोटेशन पर आते रहते हैं। उन्हें कई बार सालों एक बेस में रहना होता है, जिसके चलते परिवार भी उनके साथ आता है। ऐसे में ध्यान रखा जाता है कि आने वाले लोग पूरी तरह से स्वस्थ हों और किसी भी तरह की इमरजेंसी जैसे हालात न बनें।
क्या है यहां रहने की शर्तें
बता दें कि अपेंडिक्स आंत का एक टुकड़ा है,इसे डॉक्टरी भाषा में एपिन्डिसाइटिस कहते हैं। इसका एक सिरा खुला और दूसरा बंद होता है। ये मूलतः एक अवशेषी अंग है यानी जिसकी शरीर को कोई जरूरत नहीं. कई बार खाने का कोई कण इसमें फंसकर सड़ने लगता है और ये अंग संक्रमित हो जाता है. संक्रमण ज्यादा दिनों तक बना रहे तो अपेंडिक्स फट सकता है और जानलेवा हो सकता है. यही वजह है कि विलास लास एस्ट्रेलास में रहने से पहले इस अवशेषी अंग को निकलवाना जरूरी है.
मां नहीं बन सकती यहां महिलाएं
यहां रहने की एक और शर्त है, हालांकि इसपर कोई लिखित आदेश तो नहीं है लेकिन यहां परिवार के साथ रहनेवाले वैज्ञानिकों और मिलिट्री बेस वालों को सलाह दी जाती है कि परिवार की औरतें गर्भवती न हों क्योंकि ऐसे में मेडिकल सुविधा का अभाव खतरनाक हो सकता है। यहां रहने वालों में अधिकतर लोग वैज्ञानिक या उनके परिवार हैं। साथ ही चिली के एयर फोर्स या नेवी के अधिकारी भी यहां तैनात रहते हैं। ये कुछ हफ्तों या महीनों की बजाए कई-कई सालों तक यहां रहते हैं। जाने से पहले वे अपेंडिक्स की सर्जरी करवा लेते हैं ताकि जानबूझकर किसी इमरजेंसी की स्थिति न आए।
दूर-दराज ऐसी है सुविधाएं
यहां पर एक छोटे-मोटे गांव की तरह तमाम सुविधाएं हैं जैसे राशन की दुकान, फल-सब्जियां, बैंक, स्कूल, पोस्ट ऑफिस और प्राथमिक चिकित्सालय। हालांकि यहां का स्कूल बच्चों को केवल प्राथमिक शिक्षा ही दे पाता है। अस्पताल ही हालत और भी खराब है और यहां पर सिर्फ छोटी-मोटी बीमारियों या जख्मों का इलाज हो पाता है। इसकी वजह ये है कि विषम हालातों के कारण कोई भी डॉक्टर यहां स्थायी तौर पर या लंबे वक्त के लिए रहने को तैयार नहीं होता है।
नहीं है कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट
घनी आबादी से बहुत दूर लगभग सालभर बर्फ में ढंके इस इलाके में आसपास जाने के लिए ट्रकों या राफ्टिंग बोट का इस्तेमाल करना पड़ता है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसी यहां कोई भी सुविधा नहीं है। औऱ अगर बात करें यहां के तापमान की तो यहां हमेशा तापमान माइनस 2.3 सेल्सियस रहता है जो कि अंटार्कटिका के लिहाज से काफी गर्म माना जा सकता है। बावजूद इसके भी सालभर इतनी ठंडी जगह में रहना अपने-आप में किसी चुनौती से कम नहीं है।