{ वाराणसी से मदन मोहन शर्मा की रिपोर्ट }
एक तरफ कोरोनावायरस ने वैश्विक स्तर पर कोहराम मचा रहा है जिसको लेकर पीएम मोदी के आह्वान पर पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया गया गया है।
लॉक डाउन होने के कारण दिहाड़ी मजदूरो के आगे खाने की समस्या आ गई और इसको लेकर जिला प्रशासन उन लोगों को अनाज से लेकर खाना तक पहुंचा रही है लेकिन सरकार और जिला प्रशासन इस बड़ी आपदा में बेजुबान जानवर को भूल गई।
इस आपदा में नगर निगम यह भूल गई कि इनका भरण पोषण कैसे होगा क्यूंकि ये ना तो किसी से कुछ मांग सकते है ना ही कह सकते हैं और ऐसे में एक शख्स उन बेजुबानों के लिए मसीहा बनकर आया है और उसका नाम है मोहम्द अकील।
अकील लगभग 13 वर्षो से प्रायः इन बेजुबान जानवरों को खाना खिला रहें है। शहर में वह जिधर भी जाते हैं और कही भी उनको सड़क पर इस तरह जानवर दिख जाते है चाहे गाय हो या कुत्ता हो उनको ब्रेड बिस्किट, दूध पानी पिलाते हैं।
अकील बताते है कि हमे ऐसा करने में काफी खुशी होती है। उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि इन बेजुबान जानवरो के लिए भी कुछ सोंचे उनके खाने पीने की उचित व्यवस्था कराये।