देहरादून: प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के दून दौरे और कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक के दौरान ये देखने को मिला। बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने यह कहकर सभी को चौंका दिया कि प्रदेश प्रभारी के ज्यादा आने से कुछ व्यक्तियों को तकलीफ हो सकती है। इंदिरा की इस टिप्पणी को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, दून में मौजूदगी के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा हृदयेश ने इशारों में ही कटाक्ष कर दिया। हल्द्वानी में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र से मुलाकात नहीं होने पर पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से यह मामला उठाया गया था। बताया जा रहा है कि डॉ. हृदयेश ने हल्द्वानी में कार्यओं के असंतोष की घटना को लेकर यह टिप्पणी की। बैठक में मौजूद रहे प्रदेश पदाधिकारी इससे सकते में भी नजर आए। उधर, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के शनिवार को देहरादून में होने के बावजूद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बैठक में नहीं पहुंचे। हालांकि वह दिनभर इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहे।
बैठक में उन्हें नहीं बुलाए जाने को लेकर राजीव भवन में पार्टी नेताओं के बीच चर्चाएं गरम रहीं। प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शामिल हरीश रावत की गैर मौजूदगी का मुद्दा आने वाले दिनों में पार्टी के लिए मुसीबत का सबब भी बन सकता है। हालांकि संपर्क करने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मुख्य प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक थी। बैठक में पार्टी के नेताओं को नहीं बुलाया गया था।
कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता राम सिंह सैनी प्रदेश पदाधिकारियों के बीच बैठे थे। इस बीच नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने उनकी वरिष्ठता का जिक्र किया तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह मंच से उठकर उन्हें लेने पहुंचे। उन्होंने सैनी को मंच पर बिठाया और खुद कार्यकर्ताओं के बीच बैठ गए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि रामलीला में दशरथ का पात्र निभाते-निभाते वह रावण के पात्र को आत्मसात कर चुके हैं। इसी वजह से उन्होंने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पर अमर्यादित टिप्पणी की।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के फैसले पर खुशी जताई। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि प्रभारी ने भ्रष्टाचार के आरोपियों को कांग्रेस में नहीं लेने की बात कही है। हल्द्वानी में उन्होंने यह घोषणा की थी कि वह उत्तराखंड की राजनीति में भ्रष्टाचार से अर्जित धन व अहंकार की शक्तियों के खिलाफ संघर्ष करेंगे।