स्मार्ट मीटर डिस्कनेक्शन मामले में बिजली कंपनियों ने रविवार को विद्युत नियामक आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। बताया जा रहा है कि बिजली कंपनियों ने गोलमोल जवाब दिया है। डिस्कनेक्शन के मामले में ठोस जवाब कंपनियों ने नहीं दिया है। रिपोर्ट आधी-अधूरी सौंपी गई है। विद्युत नियामक आयोग सोमवार को इस पर कुछ फैसला कर सकता है।
स्मार्ट मीटर डिस्कनेक्शन मामले में अभी विभागीय और एसटीएफ की रिपोर्ट आनी बाकी है। सूत्रों का कहना है कि कंपनियों ने आधी-अधूरी रिपोर्ट आयोग को दी है। इसमें स्मार्ट मीटर में आई खराबी के कारणों को स्पष्ट नहीं किया गया है। यह भी नहीं बताया गया है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है और न ही जिम्मेदारी तय की गई है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में कंपनी के लोगों को बचाने का प्रयास किया गया है। खराबी के समय हुए निदेशकों पर कार्रवाई का जिक्र जरूर किया गया है।
प्रदेश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन 1.58 लाख स्मार्ट मीटर अचानक खराब हुए और लोगों के घरों की बिजली चली गई। इसके बाद विद्युत नियामक आयोग ने 13 अगस्त को बिजली कंपनियों को नोटिस देकर डिस्कनेक्शन मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की थी। बिजली कंपनियों ने तय समय पर जवाब न देकर थोड़ा समय मांगा था। विद्युत नियामक आयोग ने रविवार तक हरहाल में कंपनियों को रिपोर्ट देने को कहा था।