नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 38 लाख रूपये गबन मामले में आरोपी असिस्टेंट मैनेजर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। हालांकि इस गबन को लेकर असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इस पूरे मामले की भी विभागीय जांच शुरू हो गई है। बता दें कि गबन के आरोप में असिस्टेंट मैनेजर इन दिनों जेल में बंद है।
पूछताछ में आरोपित बैंक मैनेजर ने बताया कि उसने लाखों रूपए गबन करने के बाद 25 लाख सट्टे में गंवा दिया है वहीं बाकी धनराशि अन्य कार्यों में खर्च होने की बात स्वीकारी है।
बता दें कि पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) हमीरपुर में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर के खिलाफ ब्रांच मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने सदर कोतवाली में मुकदमा कराकर आरोप लगाया था कि इसने यूजर आईडी के जरिये बैंक की 38 लाख रुपए की धनराशि अपने सैलरी वाले खाते में ट्रांसफर कर गबन किया है। इससे पहले साढ़े सात लाख रुपए असिस्टेंट मैनेजर ने सैलरी खाते में हस्तांतरित किये थे। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपित असिस्टेंट मैनेजर का सैलरी खाता सीज कर दिया गया था।
पीएनबी के मंडलीय कार्यालय के अधिकारियों ने भी शुरू की जांच
वहीं असिस्टेंट मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में उसे रिमांड में लेकर कोतवाली में पूछताछ की गई। जिसमें चौंकाने वाले मामले सामने आए है। इधर पीएनबी के मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने बताया कि गबन के मामले में असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश हुए है। बताया कि पीएनबी के मंडलीय कार्यालय के अधिकारियों ने इस पूरे मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
बैंक की लाखों रुपए की धनराशि सट्टे में गंवाई
हमीरपुर सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपित असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर से कोतवाली में पूछताछ की गई तो उसने कहा कि बैंक की 38 लाख रुपए की धनराशि में 25 लाख रुपए सट्टे में हार गया है और ये धनराशि सट्टे के कारोबारी के खाते में भेजी गई थी। उसे खाते के संचालन पर रोक लगा दी गई है। बताया कि गबन की बाकी की धनराशि घरेलू और अन्य कार्यों में खर्च करने की बात आरोपित ने स्वीकारी है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रिमांड में लेकर उसके बयान नोट करने के बाद उसे वापस जेल भेजा जा चुका है।