रिपोर्ट: ख़ुर्शीद रब्बानी
ताशकंद: केंद्रीय संसदीय कार्य और संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघावाल ने उज़्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में आयोजित “संघाई सहयोग संगठन” के संस्कृति मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया। “संघाई सहयोग संगठन” की इस बैठक में सांस्कृतिक मुद्दों पर परस्पर सहयोग को लेकर अहम चर्चा हुई।
इस मौक़े पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघावाल ने आपसी सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने तथा भारत की समृद्ध संस्कृति को वैश्विक परिदृश्य में स्थापित करने के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया। साथ ही “आज़ादी का अमृत महोत्सव कालखंड” के दौरान आपसी सांस्कृतिक सम्बन्धों को प्रगाढ़ करने व समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत के पहलुओं को लेकर विस्तृत व्याख्यान दिया और काशी को संघाई सहयोग संगठन की प्रथम संस्कृति व पर्यटन राजधानी बनाने के सम्बंध में प्रस्तावित किया।
शंघाई सहयोग संगठन के संस्कृति मंत्रियों की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित “स्टेच्यु ऑफ़ यूनिटी” की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौक़े पर मेघवाल ने उज़्बेकिस्तान के “लाल बहादुर शास्त्री भारतीय संस्कृति केंद्र” में आगामी “विश्व योग दिवस” के काउंटडाउन के क्रम में चल रहे योगोत्सव समारोह में भाग लिया और भारतीय व उज़्बेक मैत्री संबंधो तथा आज़ादी का अमृत महोत्सव के उपल्क्ष्य पर समृद्ध सांझी विरासत को मज़बूत करने के विभिन्न पहलुओं को लेकर उपस्थित समूह से संवाद किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “विश्व योग दिवस” के रुप में दुनिया भर को एक सुंदर व स्वस्थ जीवन का उपहार दिया है।
केंद्रीय संकृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि, “ताशकंद स्थित लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय में प्रवास के दौरान शाला परिसर के प्रबंधकों द्वारा भारतीय शैली ‘नमस्ते’ से अभिवादन कराना भारतीय मूल्यों एवं परम्पराओं की बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता को प्रदर्शित करता है।”
मेघवाल ने लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय में छात्राओं के साथ भारतीय संस्कृति को लेकर संवाद किया साथ ही उज्बेकिस्तान में भारतीय मूल्यों व हिन्दी भाषा के प्रति बढ़ती लोकप्रियता, ख़ुशी भी जताई।
इस मौक़े पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की और कहा कि, “सरलता व सादगी के प्रतीक रहे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने अपने प्रेरणादायी विचारों व कार्यकलापों से जन-जन में राष्ट्रीयता व देशप्रेम की भावना का संचार किया था, जय जवान-जय किसान…”
उज़्बेकिस्तान यात्रा के दौरान केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन मेघवाल के साथ भारत सरकार के कई अधिकारी एवं अडिशनल पीएस अंशु भारद्वाज भी मौजूद रहे।