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विवाद को तूल देने के बाद TWITTER का यूटर्न, फिर से लगाया संघ प्रमुख भागवत और उप-राष्ट्रपति के अकाउंट में ब्लू टिक

By: RNI Hindi Desk 
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विवाद को तूल देने के बाद TWITTER का यूटर्न, फिर से लगाया संघ प्रमुख भागवत और उप-राष्ट्रपति के अकाउंट में ब्लू टिक

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

नई दिल्ली: इन दिनों ट्वीटर भी काफी सुर्खियों में है, शनिवार को उसने एक और विवाद को हवा दे दी। ट्वीटर ने उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू और संघ प्रमुख मोहन भागवत के अकाउंट से ब्लू टिक हटाकर एक नये विवाद को जन्म दे दिया था। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने भी इसे लेकर आपत्ति जताई है। बढ़ते विवाद को देखते हुए ट्विटर ने गलती स्वीकार करते हुए संघ प्रमुख भागवत और उप राष्ट्रपति नायडू के अकाउंट का ब्लू टिक री-स्टोर कर दिया है। 

इससे पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) से जुड़े शीर्ष नेता सुरेश सोनी, सुरेश भैया जी जोशी और अरुण कुमार के अकाउंट के साथ भी ऐसा हो चुका है। हालांकि, बाद में सभी के अकाउंट्स में ब्लू टिक लगा दिया गया। 

नये विवाद को तूल देने के बाद ट्विटर इंडिया ने सफाई दी है। अपने सफाई में ट्वीटर ने कहा कि यह अकाउंट लंबे समय से लॉग इन नहीं किया गया था। इस कारण से ब्लू टिक हट गया। ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा-जुलाई 2020 से अकाउंट इनएक्टिवेट है। हमारी सत्यापन नीति के अनुसार अगर अकाउंट इनएक्टिवेट हो जाता है तो ट्विटर ब्लू टिक और वेरिफाइड स्टेटस हटा सकता है।

वहीं ट्विटर के इस एक्शन पर आईटी मंत्रालय ने भी प्रतिक्रिया दी है। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि मंत्रालय ने कहा है कि देश के नंबर-2 अथॉरिटी के साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जा सकता है। इसके पीछे ट्विटर की नीयत खराब है। आईटी मंत्रालय ने ट्विटर की सफाई को भी एक सिरे से खारिज कर दिया।

ट्वीटर के इस ऐक्शन के बाद सोशल मीडिया पर ‘Vice President of India’ ट्रेंड में आ गया है। लोग खासकर भाजपा नेता इसे लेकर नाराजगी जता रहे हैं। भाजपा नेता सुरेश नाखुआ ने ट्वीट करके पूछा कि उपराष्ट्रपति के अकाउंट से ब्लू टिक क्यों हटाया गया? उन्होंने इसे भारत के संविधान पर हमला बताया है।

यह भी कहा जा रहा है कि नायडु के जिस अकाउंट से ब्लू टिक हटाया गया, वो एक्टिव नहीं था। ट्विटर उसे ही एक्टिव अकाउंट मानता है, जो पिछले 6 महीने से यूज हो रहा हो। एक यूजर ने लिखा कि 23 जुलाई, 2020 के बाद से इस अकाउंट से कुछ भी ट्वीट नहीं किया गया है। यानी यह पिछले 10 महीने से निष्क्रिय है। ट्विटर ऐसे अकाउंट से अपनी नीति के अनुसार ब्लू टिक हटा सकता है।

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