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गुपचुप तरीके से पाकिस्तानी नेताओं से बात करता था यह शख्स, रची अपहरण की साजिश

By RNI Hindi Desk 
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रिपोर्ट: सत्यम दुबे

नई दिल्ली: जम्मू की एक विशेष अदालत टाडा ने शनिवार को एक बड़े मामले में अपना फैसला सुना दिया है। टाडा कोर्ट ने रुबिका सईद अपहरण मामले में पांच लोगों को दोषी मानते हुए आईपीसी की तमाम धाराओं में सजा तय कर दिया है। कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक समेंत पांच लोंगो को दोषी पाया है। कोर्ट ने आईपीसी की धारा 364, 368,120 बी, टाडा एक्ट के सेक्शन-34 और आर्म्स एक्ट के सेक्शन 247 के तहत इन पांचों को दोषी माना है।

आपको बता दें कि देश के पूर्व गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद का 8 दिसंबर साल 1989 को अपहरण कर लिया गया था। जिसमें यासीन मलिक ने मोहम्मद रफी, अली मोहम्मद, अमीर इकबाल अहमद, मुश्ताक अहमद लोन, मंजूर अहमद सोफी, वजाहत बशीर, मेहराजुद्दीन शेख, शौकत अहमद, जावेद अहमद, सलीम, रियाज़ बट, खुर्शीद अहमद डार, बशारत रहमान, तारिक अशरफ, रफाकत अहमद और मंजूर अहमद ने मुस्ताक अहमद लोन के घर पर मुलाकात करके इस अपहरण को अंजाम देने की साजिश रची,  जिसके बाद इन सभी आरोपियों ने रूबिया सईद का अपहरण कर लिया।

लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने माना कि साल 1989 के दिसंबर महीने में यासीन मलिक ने इस मामले के आरोपियों के साथ रूबिया के अपहरण की साजिश रची। आरोपों में कहा गया है कि रूबिया सईद उस समय कश्मीर के लल डेड हॉस्पिटल में इंटर्नशिप कर रही थी। पांचो अपहरण कर गृहमंत्री पर दबाव डालकर JKLF के पांच आतंकियों को छुड़ाना चाहते थे। ये जिन पांचो आतंकियो को छुड़ाना चाहते थे, उनका नाम हमीद शेख, अल्ताफ अहमद भट्ट, नूर मोहम्मद, जावेद अहमद जरगर और शेर खान था।

अब हम आपको बताते हैं कि कौन है यासीन मलिक?

साल 1963 में जन्में यासीन मलिक कश्मीर के अलगाववादी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का प्रमुख है। इसकी सोच पाकिस्तान की सोच से एकदम मिलती है। आपको बता दें कि पहले वह गुपचुप तरीके से पाकिस्तानी नेताओं से बात करता या मिलता था, लेकिन अब वह खुलेआम भारत के सबसे बडे दुश्मन हाफिज के साथ तस्वीरें खिंचवाता हैं।

यासीन मलिक के पिता सरकारी बस के ड्राइवर थे। यासीन की पत्नी मुशाला हुसैन न्यूड पेंटिंग्स बनाने के लिए मशहूर हैं। यासीन और उसकी पत्नी की पहली मुलाकात पाकिस्तान में ही हुई थी। यासीन उस वक्त पाकिस्तान गया था एक अलगाववादी आंदोलन में भाग लेने। यानीन को सुनने मुशाला भी आई थी। मुशाला यासीन के दिए भाषणों से काफी आकर्षित हुई, और अपनी मां से उससे मिलने की इच्छा जताई। उसकी मां ने मुशाला को यासीन से मिलवाया था। जिसके बाद दोनो के  दिल मिले और दोनों ने साल 2009 में पाकिस्तान में ही शादी कर ली। साल 2012 में इनकी एक बेटी हुर्इ जिसका नाम रजिया सुलतान है।

इसकी पत्नी मुशाला मूलत: पाकिस्तान की निवासी है। इसकी शिक्षा विदेश में हुई है। मुशाला लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रैजुएट हैं। उनके पिता एमए हुसैन पाकिस्तान के जाने-माने इकोनॉमिस्ट हैं। वहीं, उनकी मां रेहाना पाकिस्तान मुस्लिम लीग के महिला विंग की अध्यक्ष हैं।

यासीन की एक तस्वीर 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ देखी गई, जिसके बाद हंगामा खड़ा कर हो गया था। आपको बता दें कि ये तस्वीर उस वक्त की है, जब वह अफजल गुरु की फांसी के बाद पाकिस्तान में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिय़ा था। इस कार्यक्रम में हाफिज सईद भी मौजूद था। मीडिया में ये तस्वीर आने के बाद से ही गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय भारी दबाव बनाया गया था। बीजेपी ने तत्कालीन मनमोहन सरकार पर आतंकवाद के प्रति कमजोर होने के आरोप लगाया था। शनिवार को न्यायालय ने तमाम धाराओं में इसको दोषी मानते हुए सजा का एलान कर दिया है।

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