रिपोर्ट: सत्यम दुबे
दुर्ग(छत्तीसगढ़): देश की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपना स्थान बेटों से कहीं उपर रखने में सफल हो रही हैं। ये बातें कहने की नहीं रह गई, बल्कि बेटियों ने ऐसा करके दिखाया है। हम ये बातें इसलिए कह रहें हैं कि छत्तीसगढ़ की एक बेटी ने ऐसा इतिहास रचा है कि वह प्रदेश के लिए गौरव बन गई है। इतनी ही नहीं बड़े-बड़े मंत्री और सांसद उनको बधाई देने उनके घर जा रहें हैं। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बधाई दी है। इस बेटी ने इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) की राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वैज्ञानिक (सिविल) चयन परीक्षा में देश में पहला स्थान हासिल किया है।
आपको बता दें कि इस बेटी ने दुर्ग शहर के साथ-साथ पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस बेटी का नाम सृष्टि बाफना है। जिसने वैज्ञानिक सिविल चयन परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस प्रतियोगिता में पूरे देश से एक लाख 80 हजार लोगो ने बाद लिया था। इस प्रतियोगिता में सृष्टि पहला स्थान हांसिल किया है। लिखित परीक्षा के बाद महज 124 स्टूडेंट इंटरव्यू के लिए चयनित हुए। फिर अंतिम रूप 1 लोगों का चयन हुआ। जिसमें सृष्टि बाफना ने पहला स्थान हासिल किया है।
बेटी श्रिष्टि बाफना एवं उसके परिवार को ढेर सारी बधाई।
मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।आप छत्तीसगढ़ का गौरव हैं, देश का अभिमान हैं।🇮🇳 pic.twitter.com/qwRjEzxjBL
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 30, 2021
इस वक्त सृष्टि दिल्ली से अपने गांव कुसुमकसा होली मनाने गई है। सृष्टि के इस सफलता से पूरे परिवार और गांव में उत्सव जैसा माहौल है। उनको बधाई देने वालों का तांता लगा है। दूसरी ओर सफलता के बाद0 सृष्टि के खुशी के आंसू रुक नहीं रहे थे। उसने भारतीय स्पेस रिसर्च संस्थान में वैज्ञानिक पद पर चयनित होने पर अपने माता पिता और गुरुओं का आशीर्वाद बताया है।
सृष्टि ने कहा कि भारतीय स्पेस रिसर्च की यह परीक्षा साल 2020 में आयोजित हुई थी। लेकिन कोविड-19 की वजह से इंटरव्यू आयोजित नहीं हो पाया था। फिर साल 2021 में इंटरव्यू हुआ, जिसके बाद फाइनल परिणाम मार्च के महीने में आया।
सृष्टि की रुचि पढ़ाई के अलावा संगीत में भी हैं। उनके पढ़ाई को देखें तो उन्होंने खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से डिप्लोमा प्राप्त किया है। उन्होंने 12 वीं बोर्ड के बाद बीआईटी दुर्ग से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उसके बाद आईआईटी दिल्ली से एमटेक किया है।
सृष्टि के पिता मोती बाफना व्यवसायी और माता प्रभा बाफना हाउस वाइफ है। उनका बड़ा भाई कैमिकल इंजीनियर है। सृष्टि का परिवार पहले बालोद जिले के कुसुमकसा में रहता था। लेकिन साल 2002 में परिवार दुर्ग में आकर रहने लगा।
सृष्टि के पढ़ाई का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि उन्होने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में राज्य स्तर पर 8वां स्थान हासिल किया था। उनके सफलता पर उनके माता पिता ने कहा कि बेटी की शुरू से ही टेक्निकल फील्ड में रुचि थी। इसलिए हम उसका सपना पूरा करने के लिए कभी पीछे नहीं हटे। ना ही हम लोगों ने कभी बेटी और बेटे में कोई भेद नहीं किया।