रिपोर्ट: सत्यम दुबे
फतेहपुर: कोरोना के दूसरे लहर का कहर लगातार जारी है, महामारी से संक्रमित होकर लोगो के जान गंवाने का ऑकड़ा भी दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। अस्पतालों में कोरोना मरीजों की लगी लाइन से दूसरी बिमारियों के मरीज इलाज के लिए अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं। मजबूरी में उनको झोलाछाप डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराना पड़ रहा है। फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली क्षेत्र के वैसापुर गांव से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है, जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जायेंगे।
आपको बता दें कि इस गांव में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद कथित डॉक्टर उसका शव सड़क किनारे फेंककर भाग निकला। किशनपुर थाना क्षेत्र के बरेची गांव का रहने वाला 55 वर्षीय श्रीचंद्र यादव को अचानक बुखार आया, जिसके बाद परिजन इलाज के लिए उसे एक झोलाछाप डॉक्टर के पास लेकर गए।
इलाज के दौरान मरीज की तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि वो शहर के अस्पताल में इलाज कराने ले जा रहा है। वो मरीज को बाइक पर बैठाकर ले गया और गांव से कुछ दूर ले गया और सड़क किनारे मृत हालत में छोड़कर फरार हो गया।
घटना की सूचना पुलिस को हुई तो पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी झोलाछाप की तलाश में जुट गई है। CO की मानें तो किशनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली रानी देवी ने प्रभारी निरीक्षक खागा को शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उनसे कहा है कि उसके पति की तबीयत खराब हो गई थी जिसका इलाज कराने के लिए एक डॉक्टर के पास ले गई थी. इलाज के दौरान उसके पति की तबीयत ज्यादा खराब हो गई।
आपको बता दें कि आरोपी डॉक्टर उसे फतेहपुर इलाज कराने की बात कहकर साथ ले गया। जहां रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसके बाद वह झोलाछाप डॉक्टर उसे रास्ते में ही छोड़कर फरार गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीओ खागा गयादत मिश्रा ने आगे बताया कि किशनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली रानी देवी ने प्रभारी निरीक्षक खागा को प्रार्थना पत्र दिया की उसके पति की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी जिसका इलाज कराने के लिए एक डॉक्टर के पास ले गई थी, जहां उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद वो फतेहपुर ले जाकर इलाज कराने की बात कहकर उसे साथ ले गया। रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई।