रिपोर्ट: नंदनी तोदी
आगरा: भारत में प्रदुषण का स्तर प्रतिदिन बढ़ रहा है। ये एक चिंता का विषय बन चूका है क्योंकि, वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट-2020 के मुताबिक दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 22 शहर भारत के ही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदूषित राष्ट्रीय राजधानियों की लिस्ट में दिल्ली टॉप पर है। दिल्ली के बाद, सबसे ज्यादा नाम उत्तरप्रदेश के शहरों के है। यूपी के तकरीबन 10 शहरों के नामो में गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिसरख जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, आगरा और मुजफ्फरनगर शामिल है।
मोहब्बत की नगरी आगरा में लगातार प्रदूषण का खतरा बढ़ रहा है, और ये सबसे खतरनाक पांचवे जोन में है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन शहरों में प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 के आधार पर मापा गया है। रिपोर्ट में कोविड-19 लॉकडाउन के प्रभावों और दुनिया भर में पीएम 2.5 प्रदूषकों में आए बदलाव को भी बताया गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारकों में वाहन, खाना बनाने के लिए जैव ईंधन का इस्तेमाल, विद्युत उत्पादन, उद्योग, निर्माण, कबाड़ व पराली जलाना शामिल हैं। इसमें वाहनों से सबसे ज्यादा पीएम 2.5 का उत्सर्जन होता है।
ग्रीनपीस इंडिया से जुड़े अविनाश चंचल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दिल्ली सहित देश के कई शहरों में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार तो हुआ, लेकिन स्वास्थ्य और वायु गुणवत्ता की कीमत गंभीर बनी हुई है।