कानपुर में सफाई कर्मचारियों के लिए सालों पहले बनाए गए डीहाउसी मकानों को खाली करने के आदेश से परेशान सफाई कर्मचारियों ने महापौर प्रमिला पांडे को ज्ञापन सौंपा. कर्मचारियों ने महापौर को बताया कि किस तरह केडीए इन मकानों पर अपना मालिकाना हक बताकर उन्हें खाली करने का दबाव बना रहा है. इससे यहां रहने वाले सैकड़ों परिवार परेशान हैं. महापौर ने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया. कर्मचारी नेताओं ने बताया कि झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले सफाई कर्मचारियों के लिए डिहाउसी कालोनियों का निर्माण कराया गया था. यह सभी कॉलोनियां सफाई कर्मचारियों को रहने के लिए दे दी गई थी. अब केडीए इन कॉलोनियों को अपनी बताकर गरीबों का उत्पीड़न कर रहा है. कर्मचारियों ने महापौर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की. सफाई कर्मचारियों ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सफाई कर्मचारियों का बढ़-चढ़कर सम्मान कर रहे हैं और दूसरी तरफ केडीए अधिकारी इन्ही कर्मचारियों के उत्पीड़न पर आमादा है. कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अगर 5 दिनों में उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे.