देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) ने बुधवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन हुआ। जिसमें आईसीएमआर ने बताया कि चमगादड़ से इंसान में इस तरह से वायरस आने की घटना काॅफी दुर्लभ हैं। ऐसा 1000 सालों में एक बार होता है।
आईसीएमआर की ओर से आर गंगाखेडकर ने बताया कि चीन में हुए शोध के अनुसार यह पाया गया कि कोरोना वायरस चमगादड़ो में उत्पन्न हुआ, उसके बाद यह पैंगोलिन तक पहुंच गया होगा और इसके बाद पैंगोलिन से होते हुए यह वायरस मनुष्यों में पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि हमने भी जांच की, जिसमें पाया गया कि चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं और उनमें भी कोरोना वायरस पाया गया जो मनुष्यों को प्रभावित करने में सक्षम नहीं था। यह दुर्लभ है, शायद 1000 वर्षों में एक बार यह चमगादड़ से मनुष्यों में स्थानांतरित हो जाता है।