बंजारा समाज के शीर्ष धर्मगुरु संत रामराव महाराज का निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई के लीलावती अस्पताल में अपनी आखिरी सांसें ली। संत रामराव महाराज की उम्र 89 साल थी।
संत रामराव महाराज बढ़ती उम्र संबंधी परेशानियों की वजह से लीलावती अस्पताल में भर्ती थे। कई दिनों से उनका इलाज चल रहा था। रामराज महाराज देशभर में बंजारा समाज के प्रमुख संत थे। पूरे देश भर में महाराज के 12 करोड़ से ज्यादा अनुयायी थे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने शोक प्रकट करते हुए लिखा श्री रामराव बापू महाराज जी को समाज और समृद्ध आध्यात्मिक ज्ञान के लिए उनकी सेवा के लिए याद किया जाएगा।
पीएम मोदी ने आगे लिखा उन्होंने गरीबी और मानव पीड़ा को कम करने के लिए अथक प्रयास किया। मुझे कुछ महीने पहले उनसे मिलने का सम्मान मिला था। इस दुख की घड़ी में, मेरे विचार उनके भक्तों के साथ हैं। शांति
Shri Ramrao Bapu Maharaj Ji will be remembered for his service to society and rich spiritual knowledge. He worked tirelessly to alleviate poverty and human suffering. I had the honour of meeting him a few months ago. In this sad hour, my thoughts are with his devotees. Om Shanti. pic.twitter.com/o1LjExjSWH
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2020
अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु श्री रामराव बापू महाराज का निधन हम सभी के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उनका पूरा जीवन गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए समर्पित था, उन्हें उनके नेक कामों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। मेरी संवेदना उनके भक्तों के साथ है। शांति
Demise of social reformer and spiritual guru Shri Ramrao Bapu Maharaj is a huge loss for all of us. His entire life was dedicated towards the upliftment of the poor and downtrodden, he will always be remembered for his noble works. My condolences are with his devotees. Om Shanti
— Amit Shah (@AmitShah) October 31, 2020
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने लिखा राज्य सरकार से मेरा अनुरोध है कि देश भर में श्री संत रामरावजी महाराज के जीवन कार्य और बंजारा बंधुओं की भावनाओं को देखते हुए उनका अंतिम संस्कार किया जाए।
उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए फड़नवीस ने अपने अगले में लिखा श्री संत रामरावजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मुझे अक्सर मिला है। पोहरदेवी संस्थान के विकास के लिए हमारे समय में कई निर्णय किए गए थे। मैं उनकी स्मृति को तीन बार सलाम करता हूं।
माझी राज्य सरकारला विनंती आहे की, श्री संत रामरावजी महाराज यांचे जीवनकार्य आणि देशभरातील बंजारा बांधवांच्या भावना पाहता, त्यांच्यावर शासकीय इतमामात अंत्यसंस्कार करण्यात यावेत.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 31, 2020
उन्होंने आगे लिखा वाशिम जिले में श्री पोहरदेवी संस्थान के प्रमुख और श्री संत सेवालालजी महाराज के वंशज श्री संत रामरावजी महाराज ने अपना पूरा जीवन कई सामाजिक सुधारों के लिए समर्पित कर दिया। वह लगातार अंधविश्वास, नशामुक्ति, शिक्षा के प्रसार पर जोर दे रहे थे।
देशभरातील बंजारा समाजाचे धर्मगुरू, श्रद्धास्थान, महान तपस्वी श्री संत रामरावजी महाराज यांच्या निधनाचे वृत्त अतिशय धक्कादायक आहे.
त्यांना माझी भावपूर्ण श्रद्धांजली!
देशभरातील बंजारा बांधवांच्या दुःखात आम्ही सारे सहभागी आहोत. pic.twitter.com/eOQ59tMtSg— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 31, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री फड़नवीस ने आगे लिखा वाशिम जिले में श्री पोहरदेवी संस्थान के प्रमुख और श्री संत सेवालालजी महाराज के वंशज श्री संत रामरावजी महाराज ने अपना पूरा जीवन कई सामाजिक सुधारों के लिए समर्पित कर दिया। वह लगातार अंधविश्वास, नशामुक्ति, शिक्षा के प्रसार पर जोर दे रहे थे।
संत रामराव महाराज बंजारा समाज के 12 करोड़ लोगों के निर्विवादित तौर पर शीर्ष धर्मगुरु माने जाते थे। इसीलिए राजनीतिक गलियारों में भी उनका प्रभाव था। हालांकि वो कभी राजनीति से सीधे तौर पर तो नहीं जुड़े, लेकिन उनसे शीर्ष राजनेता आशीर्वाद लेने जरूर पहुंचते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे नेता भी संत रामराव महाराज से आशीर्वाद ले चुके हैं।