चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का रूस दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। रक्षा मंत्री 75वीं विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय यात्रा के लिए मास्को पहुंच चुके है।
लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों और युद्धक टैंकों के अलावा भारत एस-400 एंटी मिसाइल सिस्टम की जल्द डिलीवरी की मांग कर सकते है।
यह भारत के लिए इसलिए भी ख़ास है क्यूंकि इस मिसाइल सिस्टम को जमीन से हवा में मार करने वाला दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है।
इसकी मदद से एयरक्राफ्ट और परमाणु मिसाइल को 400 किलोमीटर पहले ही नष्ट कर सकता है। इसके अलावा इसमें लगा हुआ रडार 600 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को देख सकता है।
सिर्फ इतना ही नहीं यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है। भारत के पास अभी यह सिस्टम नहीं है, हालांकि चीन के पास यह रक्षा प्रणाली पहले से मौजूद है।