नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इससे आने वाले चुनाव में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। दरअसल सीएम चन्नी पंजाब के गुरदासपुर में रैली में शामिल होने पहुंचे, लेकिन पंडाल ख़ाली होने की खबर सुनकर हेलीपैड से अपने रिश्तेदारों के घर चले गए।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस पार्टी की ओर से गुरदासपुर में रैली करने का फैसला लिया गया था। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को 12 बजे रैली में पहुंचना था। चरणजीत सिंह चन्नी तय समय पर गुरदासपुर में पहुंच गए थे। लेकिन हेलीपैड पर ही चरणजीत सिंह चन्नी को पंडाल खाली होने की जानकारी मिली और उन्होंने फिर अपने रिश्तेदारों के घर जाना बेहतर समझा। रैली के लिए पंडाल में लगाई गई कुर्सियां तक खाली पड़ी थीं।
बता दें कि इससे पहले चरणजीत सिंह चन्नी को अपनी कई रैलियों में बेरोजगार टीचर्स के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा है। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी हाल ही में खरड़ में रैली करने पहुंचे थे। खरड़ में चरणजीत सिंह चन्नी को मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करना था। लेकिन पिछले कई दिनों से पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार टीचर्स चन्नी के प्रोग्राम में पहुंच गए। इसके बाद पुलिस और बेरोजगार टीचर्स के बीच भिड़त भी देखने को मिली।
बता दें कि पिछले कई दिनों से चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के भीतर भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी की चुनाव से संबंधित हुई बैठक में राज्य में सीएम के हर जगह लगे पोस्टर्स को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। चरणजीत चन्नी का विरोध करने वालों में पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सबसे आगे हैं।
आपको बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस पार्टी ने अमरिंदर सिंह के स्थान पर राज्य का सीएम बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने हालांकि अभी तक यह ऐलान नहीं किया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा।