रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: कोरोना के दूसरे लहर के कहर से लोगो का दम तोड़ना लगातार जारी है। कोरोना कहर के बीच गुरुवार को यूपी पंचायत चुनाव भी संपन्न हो गया। लेकिन 577 शिक्षकों ने चुनाव में ड्यूटी करते हुए अपनी जान गंवा दी है। शिक्षकों के जान गंवाने का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट तक गया। हाईकोर्ट में इस मामले में उस वक्त संज्ञान लिया जब एक अखबार ने पंचायत चुनाव के दौरान 135 पोलिंग अफसरों की मौत की खबर छापी थी।
गुरुवार को अंतिम चरण का मतदान था, इस बीच पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी पर लगे कई कर्मियों की मृत्यु की खबरें आई है, जिसके बाद कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
यूपी पंचायत चुनावों की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है।
चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा?
सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रु मुआवाजा व आश्रितों को नौकरी की माँग का मैं पुरजोर समर्थन करती हूँ। pic.twitter.com/ihxRZtNJKS
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 29, 2021
पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कुल 35 हज़ार 156 नए कोरोना के मामले आये हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े ने एक बार फिर ऊंची छलांग लगाई है। इस दौरान 298 लोगों की कोरोना से मौत हुई। जबकि 25613 लोग महामारी को मात देकर घर जा चुके हैं। यूपी में कुल एक्टिव केसों की संख्या 3 लाख 92 हज़ार 37 है।
आपको बता दें कि राज्य शिक्षक संगठन ने उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग को उन 577 शिक्षकों की लिस्ट सौंपी है, जिनकी मौत पंचायत चुनाव में ड्यूटी के बाद हुई है। लिस्ट सौंपने के बाद राज्य शिक्षक संगठन ने 2 मई को होने वाली मतगणना को टालने की मांग की है। हालांकि, अभी तक इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से कोई सुगबुगाहट नहीं हो रही है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि पंचायत चुनाव के नाम पर राज्य निर्वाचन आयोग ने 71 जिलों में 577 बेसिक शिक्षकों को संक्रमित कर दिया, हम उनका नाम चुनाव आयोग को सौंप रहे हैं। बता दें कि इससे पहले सरकार की ओर से सभी डीएम, एसपी और जिला निर्वाचन अधिकारी को एक सर्कुलर भेजा गया था।