भारतीय रेल में निजीकरण को लेकर गुरूवार को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने प्रेस काॅफ्रेंस की है। इसमें अमिताभ ने पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के तहत होने वाली पार्टनरशिप के फायदों को गिनाया।
आयोग के सीईओ ने कहा, यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है, जहां भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके निजी कंपनियां आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ सवारी रेलगाड़ियों का परिचालन करेंगी।
This creates a win-win situation for Indian Railways as well as investors, by tapping into the potential of huge unmet demand in passenger business: Amitabh Kant, NITI Aayog CEO on Public-Private Partnership in passenger train operations https://t.co/Ytn3vBXH0J
— ANI (@ANI) September 17, 2020
अमिताभ ने कहा, भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण हर किसी के लिए एक जीत की स्थिति है! क्वॉलिटी ट्रेन सेवाएं, नई तकनीक और वैल्यू एडेड सेवाएं यूजर्स के अनुभव को बढ़ाएंगी। हम 109 रेलमार्गों को देख रहे हैं, जिसके लिए 151 ट्रेनों की आवश्यकता है, जिन्हें 12 समूहों में विभाजित किया गया है।
इसके लिए हम पारदर्शी तरीके से बोली प्रक्रिया का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा, जिस निजी क्षेत्र का निवेश हम देख रहे हैं, वह लगभग 30,000 करोड़ रुपये का है।