नई दिल्ली : अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपना कमर कस चुकी है। इसे लेकर वे अभी से ही अपने वोटरों को साधने में जुटे है। एक तरफ जहां बीएसपी ब्राह्ण वोटों को साधने में जुटी हुई है, वहीं सपा मुस्लिम-यादव वोटरों को साधने में जुटे है। जबकि बीजेपी अपने कामों से सभी वोटरों को अपने पक्ष में करने में जुटी है।
आपको बता दें कि इन चुनावों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी मंत्रियों को अहम निर्देश दिए हैं। पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा है कि वह चुनावी राज्यों में सभी प्रस्तावित कामों को प्राथमिकता के आधार पर लें।
इन राज्यों में होने है चुनाव
पीएम मोदी के निर्देश के बाद सभी मंत्रालय रोजाना के आधार पर बैठकें कर रहे हैं। खासकर यूपी और उत्तराखंड में कामों पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही विकास के कार्यों को लेकर सूची भी तैयार की जा रही है। आपको बता दें कि अगले साल देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
सर्वे में कौन जीत रहा है चुनाव?
एक सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 259 से 267 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा समाजवाद पार्टी को 109-117 सीटें, बीएसपी को 12-16 सीटें, कांग्रेस को 3-7 सीटें और अन्य को 6-10 सीटें मिल सकती हैं।
इसके अलावा, पंजाब में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं। जिसमें से आप को 51 से 57 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 38 से 46, एसएडी को 16 से 24, बीजेपी और अन्य को 0 से एक सीट मिल सकती है।
उत्तराखंड गोवा और मणिपुर का सर्वे
उत्तराखंड में बीजेपी को 44 से 48 सीटें, कांग्रेस को 19 से 23 सीटें, आम आदमी पार्टी को 0 से 4 सीटें और अन्य को 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान है। गोवा में बीजेपी के खाते में 22 से 26 सीटें, कांग्रेस के खाते में 3-7 सीटें, आम आदमी पार्टी के खाते में 4-8 सीटें और अन्य के खाते में 3-7 सीटें जाने का अनुमान है। मणिपुर कांग्रेस को 18 से 22 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी गठबंधन को 32 से 36 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं एनपीएफ को महज़ 2 से 6 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ सकता है। जबकि अन्य के खाते में 0 से 4 सीटें जा सकती हैं।