नई दिल्ली : देश में बढ़ते कोरोना मामलों पर पीएम मोदी ने आज राज्य के विभिन्न मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान जहां उन्होंने देश में बढ़ रहें कोरोना मामलों पर चिंता जाहिर की। वहीं उन्होंने कोरोना से लड़ने को 5 बड़ मंत्र भी दिये, जिससे कोरोना को कंट्रोल किया जा सकें। पीएम मोदी ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि एक बार फिर टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देने की जरूरत है।
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं। हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पॉजिटिव रेट काफी बढ़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोरोना की इस वेव को यहीं नहीं रोका गया तो इसका देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है, भय का माहौल नहीं बनाना है। हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है और पुराने अनुभवों को फिर से इस्तेमाल में लाना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट को फिर से गंभीरता से लेना होगा। टेस्टिंग को बढ़ाना होगा, RT-PCR टेस्ट की संख्या 70 फीसदी से ऊपर लानी होगी। उन्होंने कहा कि केरल-यूपी-छत्तीसगढ़ में रैपिड टेस्टिंग ही की जा रही है, जो चिंता का विषय है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब टियर 2 और टियर 3 शहरों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, अगर इन्हें नहीं रोका तो गांवों में मामले बढ़ सकते हैं और फिर कोरोना को संभाल पाना मुश्किल होगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज होने की भी बात कहीं। पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन की रफ्तार होनी चाहिए, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है। ये बिल्कुल नहीं होना चाहिए। देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को बढ़ाना होगा इसके लिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा।
पीएम मोदी ने दिये राज्यों को ये पांच मंत्र…
आपको बता दें कि देश में बीते कुछ दिनों से लगातार हर रोज 20 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, पंजाब और कर्नाटक ऐसे राज्य हैं, जहां ताजा मामलों के करीब 75 फीसदी मामले सामने आ रहे हैं। यही कारण है कि पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। बता दें कि इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल नहीं हो सके। इन सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने प्रतिनिधियों को बैठक में भेजा।