रिपोर्ट: नंदनी तोदी
देहरादून: देश में जहा एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर ने सबको चिंता में डूबा दिया, वही उत्तराखंड के जंगलों में आग बेकाबू हो रही है। प्रदेश भर के जंगल गर्मियां शुरू होते ही लगातार जल रहे है जिसके कारण वन संपदा के साथ-साथ जंगली जानवरों को भी लगातार नुकसान होता जा रहा है। लगातार जलते जंगलों के कारण इन में रहने वाले जंगली जानवर भी इन आग की लपटों के कारण राख़ में लगातार तब्दील हो रहे हैं।
[videopress gXrphWRg]
पूरे प्रदेश भर में जंगलों की जलने की सूचना लगातार आने पर मुख्यमंत्री सहित तमाम मंत्री वनाग्नि को रोकने के लिए लगातार बैठक कर रहे हैं। सीएम तीरथ सिंह रावत ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी और मदद के रुप में हेलीकॉप्टर मांगा था जो अब जाकर पूरी हुई है।
मुख्यमंत्री तीरथ ने अपने लगातार ट्वीट में केंद्र से मदद मांगी थी। सीएम ने अपने पहले ट्वीट में लिखा था, “प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी से बात कर उनसे आग बुझाने हेतु हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ़ के सहयोग हेतु अनुरोध किया है।”
प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी से बात कर उनसे आग बुझाने हेतु हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ़ के सहयोग हेतु अनुरोध किया है। 1/3
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021
तो वही उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, वनों की आग से न सिर्फ़ वन सम्पदा की हानि हो रही है बल्कि जन हानि और वन्य जीवों को भी नुक़सान हो रहा है। वनाग्नि की घटनाओं की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और सभी ज़िलाधिकारियों की आपातक़ालीन मीटिंग बुलायी है।”
वनों की आग से न सिर्फ़ वन सम्पदा की हानि हो रही है बल्कि जन हानि और वन्य जीवों को भी नुक़सान हो रहा है। वनाग्नि की घटनाओं की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और सभी ज़िलाधिकारियों की आपातक़ालीन मीटिंग बुलायी है।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021
उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा था, ” उत्तराखंड की वन सम्पदा सिर्फ़ राज्य ही नहीं पूरे देश की धरोहर है। हम इसे सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए कृत संकल्प हैं। उत्तराखंड में इस बार जाड़ों में वर्षा सामान्य से भी कम हुई है और इस कारण भी वनों में आग लगने की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं।”
उत्तराखंड की वन सम्पदा सिर्फ़ राज्य ही नहीं पूरे देश की धरोहर है। हम इसे सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए कृत संकल्प हैं। उत्तराखंड में इस बार जाड़ों में वर्षा सामान्य से भी कम हुई है और इस कारण भी वनों में आग लगने की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021
बता दें कि पहाड़ों में जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए केंद्र सरकार ने दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने को कहा जिसमे से एक हेलीकॉप्टर देहरादून के जोलीग्रांट एयरपोर्ट पर सुबह 8:30 बजे पहुंचा। वहीं दिल्ली से एक हेलीकॉप्टर अभी और आना है।
सीएम के अनुरोध के बाद केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। इसी पर सोमवार को दिल्ली से एक हेलीकॉप्टर उत्तराखंड पहुंचा। डोईवाला तहसील के नायब तहसीलदार रूप सिंह ने बताया दिल्ली से एक हेलीकॉप्टर आग बुझाने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंच चुका है।
[videopress itxg09ov]
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में अभी 40 जगहों पर आग लगी है। पिछले 24 घंटों में ही 63 हेक्टेअर जंगल बर्बाद हो गए हैं। वहीं, आग बुझाने के लिए 12 हजार कर्मचारी भी जुटे हुए हैं।
सीएम ने ‘फायर वॉचर्स’ को 24 घंटे निगरानी रखने के लिए भी आदेश दिए हैं।
संवेदनशीलता को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर रोक के निर्देश दिए हैं। प्रदेश भर में तैनात किए गए फायर वाॅचर्स को भी जंगलों पर 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। 2/2
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021
बता दें, उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबूू पाने के लिए प्रदेश में एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर लगाए जा रहे हैं। एक हेलीकॉप्टर गौचर में तैनात रहेगा और टिहरी झील से पानी लेगा। दूसरा हेलीकॉप्टर हल्द्वानी में तैनात रहेगा और भीमताल झील से पानी लेगा।