उत्तराखंड की समृद्ध भूमि को कृषि और बागवानी के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल की गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को देहरादून के डोईवाला ब्लॉक अंतर्गत पाववाला सोडा गांव में आयोजित किसान चौपाल में हिस्सा लेकर किसानों से आत्मीय संवाद किया। खेतों के बीच खाट पर बैठकर उन्होंने सीधे किसानों से संवाद कर उनकी जमीनी समस्याएं जानीं और उनसे जुड़ाव का भाव प्रकट किया।
इस अवसर पर उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण कर पर्यावरण और प्रकृति के प्रति अपने समर्पण को भी दर्शाया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति और जलवायु बागवानी के लिए अत्यंत उपयुक्त है और केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में इस राज्य को हॉर्टिकल्चर (बागवानी) का हब बनाया जाए।
कृषि मंत्री ने बताया कि विकसित भारत के लिए विकसित कृषि अभियान के अंतर्गत किसानों की समस्याएं समझने और उन्हें समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से यह किसान चौपाल आयोजित की गई है। उन्होंने चौपाल के माध्यम से किसानों से उनकी खेती, तकनीकी चुनौतियों, फसल बीमा, सिंचाई, बीज और उर्वरक जैसी आवश्यकताओं पर सुझाव लिए। साथ ही, उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि किसानों की बातों को प्राथमिकता के आधार पर नीति निर्माण में सम्मिलित किया जाएगा।
इस आयोजन ने किसानों को न सिर्फ अपनी बात रखने का अवसर दिया बल्कि उन्हें यह भी एहसास कराया कि सरकार उनके साथ है और उनकी भलाई के लिए लगातार प्रयासरत है। इस संवादात्मक पहल को ग्रामीण क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।