वाशिंगटन: 80 वर्षीय पेलोसी को 216 और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी केविन मैक्कार्थी को 209 वोट मिले। सदन के एक अधिकारी के मुताबिक कुल 427 वोट डाले गए। स्पीकर पद के लिए खड़े दो अन्य प्रत्याशियों सीनेटर टैमी डकवर्थ और सांसद हकीम जेफरीज को एक-एक वोट मिला।
बता दें कि नवंबर में हुए चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी को 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद सदन में डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों की संख्या जहां 222 हो गई वहीं रिपब्लिकन सदस्यों की संख्या घटकर 212 रह गई। प्रतिनिधि सभा अमेरिकी संसद का निचला सदन है।
आंकड़ों के अनुसार, छह डेमोक्रेटिक सांसदों ने पेलोसी को वोट नहीं दिया, जबकि सभी 209 रिपब्लिकन के वोट केविन के पक्ष में पड़े। वह अब सदन में अल्पमत के नेता होंगे। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में 435 सदस्यों को मतदान का अधिकार है जबकि छह ऐसे सदस्य भी होते हैं, जो वोट नहीं डाल सकते हैं।
यह ठीक है कि पेलोसी को मामूली अंतर से जीत मिली है, लेकिन 2014 की तुलना में उन्हें इस बार दो वोट अधिक मिले। चौथी बार चुने जाने के तुरंत बाद पेलोसी ने बतौर स्पीकर अपने आखिरी कार्यकाल की घोषणा कर दी।
मानवाधिकार मुद्दों की बड़ी समर्थक पेलोसी ने चुने जाने के बाद कहा कि नई संसद की शुरुआत बड़े चुनौतीपूर्ण समय में हो रही है। पेलोसी ने कहा, ‘वैश्विक महामारी और आर्थिक संकट से प्रत्येक समुदाय बुरी तरह प्रभावित हैं। साढ़े तीन लाख से अधिक लोग मारे गए हैं। हमारे दिलों में हर एक के लिए दर्द है। दो करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, लाखों बेरोजगार हुए हैं।
पेलोसी ने कहा कि 117वीं संसद अमेरिकी इतिहास की सबसे विविध संसद होगी, क्योंकि महिलाओं को मतदान का अधिकार मिलने के करीब 100 साल बाद यहां रिकॉर्ड 122 महिलाएं चुनकर पहुंची हैं। दोबारा चुने जाने के बाद पेलोसी ने सदन के बाकी सदस्यों को शपथ दिलाई।