रिपोर्ट – माया सिंह
महाराष्ट्र : मां की ममता को साबित करन के लिये किसी सबूत की जरूरत नहीं होती , एक मां अपने बच्चों की सलामती के लिये किसी भी समस्या से लड़ सकती है । ऐसे ही महाराष्ट्र के पुणे में अपनी बेटी की ख़ैरियत के लिये मां ने गज़ब की हिम्मत दिखाई है । दरअसल , एक मां ने अपनी 12 साल की बेटी के इलाज के लिये अपने लीवर का कुछ हिस्सा दान कर दिया है । ऐसा बताया जा रहा है कि यह भारत की पहली रोबो असिस्टेड लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट (Robot Assisted Living Donor Liver Transplant) सर्जरी की गई है ।
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डॉक्टर शरण नरूटे के नेतृत्व में पुणे के चिंचवड में स्थित आदित्य बिरला मेमोरियल हॉस्पिटल में यह सर्जरी की गई है । लड़की प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थी , जिसके कारण लड़की का लीवर डैमेज हो गया था और बीमारी अपने अंतिम चरण पर थी ।
दरअसल, इस बीमारी के वजह से लड़की के पेट में कोई तरल पदार्थ नहीं रूक पा रहा थे । अपनी बेटी को ठीक करने के लिये मां ने अपने लीवर के कुछ हिस्से दान करने का अहम फैसला लिया । मां के हौसले को देखकर ख़ुद डॉक्टर भी हैरान रह गये और तुरंत ऑपरेशन शुरू कर दिया ।
डॉक्टरों ने बताया की यह ऑपरेशन करीब साढ़े छह घंटे तक चला और लीवर सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट कर दिया गया । अब लड़की पूरी तरह सुरक्षित है और 7 दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
डॉक्टर शरण नरुटे ने बताया कि इस ऑपरेशन में काफी वक्त लगता है लेकिन लड़की की मां ने हिम्मत से फैसला लिया इसलिए कम समय में यह संभंव हो सका ।
मरीज की हालत ज्यादा नहीं बिगड़े और जल्द से जल्ज स्वस्थ हो सके इसके चलते रोबो असिस्टेड तकनीक का उपयोग करके लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी किया गया । फिलहाल , मां और बेटी दोनों ख़तरे से बाहर हैं .