रिपोर्ट : वरूण मिश्रा
उन्नाव : उम्र के जिस पड़ाव में बच्चे सहीं से चलना नहीं जानते है, खाना नहीं जानते हैं, उम्र के उसी पड़ाव में नित्या ब्लड कैंसर जैसे भयानक बीमारी से जूझ रही है। उम्र महज 1 साल, नाम नित्या वर्मा, पिता का नाम संतोष कुमार, जो जनपद उन्नाव के क़स्बा शुक्लागंज के गायत्रीनगर में रहते है। उन्होंने बताया कि जब उनके घर में इस बच्ची के कदम पड़े तो पूरे घर में खुशी की लहर थी। लेकिन एक दिन अचानक इन्हें अपनी 1 साल की इस मासूम बच्ची के टी- लिम्फोब्लास्टिक लिम्फोमा नामक गंभीर बीमारी से शिकार होने का पता चला।
इस मामले की जानकारी के बाद लगातार नित्या के पिता उसे लकेर कई डॉक्टरों के पास गये, लेकिन उन्होंने इस बीमारी के इलाज क खर्चा ही इतना बता दिया की, जो इस पिता के हाथ से बाहर था। क्योंकि इसके पिता को अपनी इस बच्ची के इलाज के लिए तकरीबन 5 लाख रूपये चाहिये थे और उनकी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी थी नहीं की वो अपनी बेटी का इलाज करा पायें।
बेटी की इस मदद के लिए विभिन्न समाचार पत्रों नें भी पिता की आवाज को आवाज दी, जिसे सुना उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्य कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने, जिन्होंने खुद संज्ञान लेते हुए बीमार बच्ची के पिता सन्तोष कुमार से संपर्क कर एसजीपीजीआई लखनऊ से नित्या वर्मा के चिकित्सा उपचार हेतु एस्टिमेट प्राप्त कर अपनी विधान मण्डल विकास निधि से रुपए 05 लाख रुपए प्रदान किये। जिससे नित्या के पिता पर किसी तरह का अतिरिक्त बोझ ना पड़े।
हालांकि राज्य मंत्री मोहसिन रजा के इस मदद से नित्या का पूरा परिवार उनका आजीवन ऋणी हो गया हैं, क्योंकि साहब गमों में अक्सर हमने लोगों का माखौल बनाते देखा है, बहुत कम ही जो इस गम को खुशियों में बदलने की कोशिश करते है। जो यूपी सरकार के अल्पसंख्य कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने किया।