किसानो के साथ मोदी संवाद, पढ़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद देश के 6 राज्यों के किसानों से संवाद कर रहे हैं। पीएम मोदी तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसानों से चर्चा कर रहे हैं और उनसे इन कानूनों पर राय भी जान रहे हैं।
Working for the welfare of our hardworking farmers. #PMKisan https://t.co/sqBuBM1png
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2020
पीएम मोदी ने सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के किसान गगन पेरिंग से बात की और पूछा कि, क्या उन्हें किसान सम्मान निधि का पैसा मिला है? जिसपर गंगन ने कहा कि, उन्हें कई बार ये पैसा मिल चुका है और उन्होंने इस पैसे का इस्तेमाल ऑर्गेनिक फार्मिंग में किया और मजदूरी दी।
आज देश के 9 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधे, एक क्लिक पर 18 हज़ार करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
जब से ये योजना शुरू हुई है, तब से 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं: PM#PMKisan
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2020
किसान गगन पेरिंग अदरक की खेती करते हैं ये जानकर पीएम मोदी ने पूछा कि, क्या कंपनी उनका सिर्फ अदरक ले जाती है या फिर जमीन ले ली है। इसपर गगन ने कहा कि, वो सिर्फ फसल बेचते हैं और जमीन हमेशा उन्हीं रहती है।
मुझे आज इस बात का अफसोस है कि मेरे पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं।
लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2020
इसके साथ पीएम मोदी ने देश के कई किसानों से संवाद किया और उनसे चर्चा की। पीएम मोदी इसके बाद पीएम मोदी ने किसान आंदोलन के नाम पर अन्नदाताओं को भड़काने वाले विरोधियों को करारा जवाब दिया।
हमने लक्ष्य बनाकर काम किया कि देश के किसानों का Input Cost कम हो।
सॉयल हेल्थ कार्ड, यूरिया की नीम कोटिंग, लाखों सोलर पंप की योजना, इसीलिए शुरू हुई।
सरकार ने प्रयास किया कि किसान के पास एक बेहतर फसल बीमा कवच हो।
आज करोड़ों किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ हो रहा है: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2020
उन्होंने कहा कि, जो लोग आज किसान आंदोलन के नाम पर बैठे हैं, उसी विचारधारा के लोग पहले गुजरात में विरोध करते थे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि, कुछ लोग चर्चा में आने के लिए कार्यक्रम कर रहे हैं।
जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां दिल्ली में आकर किसान की बात करते हैं।
इन दलों को आजकल APMC- मंडियों की बहुत याद आ रही है।
लेकिन ये दल बार-बार भूल जाते हैं कि केरला में APMC- मंडियां हैं ही नहीं।
केरला में ये लोग कभी आंदोलन नहीं करते: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2020
ऐसे लोग बंगाल के हाल पर चुप हैं लेकिन दिल्ली में अर्थनीति रोकने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि, जो लोग दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं उन्हें केरल दिखाई नहीं दे रहा है, केरल में भी एपीएमसी और मंडी नहीं है लेकिन वहां आंदोलन क्यों नहीं हो रहे हैं। ऐसे लोग सिर्फ किसानों को बरगला रहे हैं।
हम इस दिशा में भी बढ़े कि फसल बेचने के लिए किसान के पास सिर्फ एक मंडी नहीं बल्कि नए बाजार हो।
हमने देश की एक हजार से ज्यादा कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा। इनमें भी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो चुका है: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 25, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि, हमारी सरकार ने आधुनिक खेती को लेकर बल दिया है। लेकिन ये बात उन लोगों को खटकती है जो किसानों के नाम पर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं। पीएम ने कहा कि, हमारा फोकस किसानों के खर्च को कम करने पर किया गया है। इसके लिए फसल बीमा योजना, किसान कार्ड, किसान सम्मान निधि योजना के जरिए खेती को आसान किया गया है।